चिन्मयानंद मामला : उप्र पुलिस ने संभाली पीड़िता की सुरक्षा की जिम्मेदारी, एसआईटी जांच जारी

चिन्मयानंद मामला : उप्र पुलिस ने संभाली पीड़िता की सुरक्षा की जिम्मेदारी, एसआईटी जांच जारी

IANS News
Update: 2019-09-08 11:00 GMT
चिन्मयानंद मामला : उप्र पुलिस ने संभाली पीड़िता की सुरक्षा की जिम्मेदारी, एसआईटी जांच जारी
शाहजहांपुर, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद मामले में पीड़ित परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी शनिवार देर रात उप्र पुलिस ने संभाल ली। दिल्ली पुलिस ने पीड़िता और उसके परिजनों को ले जाकर शाहजहांपुर पहुंचाया। इसके बाद रविवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शाहजहांपुर जिला पुलिस लाइन में पीड़ित छात्रा के पिता से पूछताछ शुरू की। पीड़िता के पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से पीड़ित परिवार लड़की सहित दिल्ली में ही रह रहा था। सर्वोच्च न्यायालय ने उप्र पुलिस की एसआईटी गठित होने और उसके द्वारा जांच शुरू किए जाने तक पीड़ित परिवार और छात्रा की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को दे दी थी।

बरेली रेंज के पुलिस उप-महानिरीक्षक राजेश कुमार पाण्डेय ने आईएएनएस को बताया कि शनिवार रात लगभग 11 बजे दिल्ली पुलिस पीड़ित परिवार को कड़ी सुरक्षा में लेकर शाहजहांपुर पहुंची। इसके बाद एसपी शाहजहांपुर एस. चन्नप्पा की तरफ से पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करा दी गई है।

उप्र पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने आईएएनएस को बताया, रविवार दोपहर के वक्त शाहजहांपुर पुलिस लाइन में एसआईटी टीम पहुंची। वहीं पीड़ित छात्रा के पिता और मामले के शिकायतकर्ता को भी कड़ी पुलिस सुरक्षा में ले जाया गया। समाचार लिखे जाने तक एसआईटी टीम शिकायतकर्ता के बयान दर्ज कर रही है।

इस बारे में पूछे जाने पर एसआईटी टीम के प्रमुख, आईजी नवीन अरोरा ने आईएएनएस को बताया, मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पूरे केस की कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिशें जारी है। फिलहाल इससे ज्यादा जांच के बारे में और कोई खुलासा किया जाना मुनासिब नहीं होगा। क्योंकि रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा गठित विशेष पीठ के समक्ष प्रस्तुत किए जाने के निर्देश हैं।

यहां उल्लेखनीय है कि 27 अगस्त को पीड़ित छात्रा के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बेटी के उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस सिलसिले में शाहजहांपुर के थाना कोतवाली में चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि चिन्मयानंद के मुमुक्ष आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज में एलएलएम की छात्रा के पिता की शिकायत से पहले ही चिन्मयानंद ने 25 अगस्त को लड़की के खिलाफ ब्लैकमेल कर जबरन धन वसूली करने की कोशिश का मामला दर्ज करा दिया था।

बाद में उप्र पुलिस ने लड़की को राजस्थान में एक लड़के के साथ बरामद किया और उसे सर्वोच्च न्यायालय में पेश किया गया। सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देश पर उप्र सरकार ने आईजी स्तर के पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में दोनों एफआईआर की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। एसआईटी जांच की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट कर रही है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार तड़के शाहजहांपुर पहुंच चुकी एसआईटी की टीम ने शनिवार को पूरे दिन शहर में मामले से जुड़े स्थानों का दौरा किया था। कुछ संबंधित लोगों से एसआईटी ने बातचीत भी की थी। शनिवार दोपहर के वक्त स्वामी चिन्मयानंद के अड्डों पर पहुंची एसआईटी टीम में शामिल महिला पुलिस अधीक्षक भारती सिंह ने कई सुरक्षाकर्मियों से भी बातचीत की थी। साथ ही एसआईटी टीम ने मुमुक्ष आश्रम और एसएस कॉलेज (जहां पीड़ित लड़की पढ़ती है) का भी मुआयना किया।

--आईएएनएस

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