दौरे के दूसरे दिन मॉरिशस के पीएम और 8 विदेश मंत्रियों से मुलाकात

दौरे के दूसरे दिन मॉरिशस के पीएम और 8 विदेश मंत्रियों से मुलाकात

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-20 02:55 GMT
दौरे के दूसरे दिन मॉरिशस के पीएम और 8 विदेश मंत्रियों से मुलाकात

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अमेरिका के दौरे पर हैं। पहले दिन सुषमा स्वराज ने यूएन जनरल असेंबली की मीटिंग में हिस्सा लिया। इसके साथ ही उन्होंने इवांका ट्रंप समेत कई देशों के नेताओं से मुलाकात की। इसके अलावा सुषमा जापान और अमेरिका के साथ ट्रायलेटरल मीटिंग में भी शामिल हुई। दौरे के दूसरे दिन सुषमा ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए हम सबको साथ आना होगा। सोमवार (भारत में मंगलवार) को न्यूयॉर्क में बोलते हुए सुषमा ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सब देशों को मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए सबको साथ आने को कहा।

तूफान से प्रभावित इलाकों में भारत करेगा मदद

भारत और कैरेबियन देशों के बीच हुई मिनिस्टेरियल मीटिंग में सुषमा ने हाल ही तूफान से प्रभावित हुए इलाकों में 2 लाख डॉलर की मदद करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भारत ने कैरेबियन देशों के साथ अपने रिश्तों को मजबूत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत कैरेबियन देशों को इंटरनेशनल सोलर समझौते पर साइन करने के लिए भी इनवाइट करता है। 

भारत सबको साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहा है

सुषमा ने आगे पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत में इस समय एक ऐसा नेतृत्व है, जो पूरी दुनिया में अपने दोस्तों से जुड़ने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत कैरेबियन देशों के महत्व को अच्छी तरह से समझता है। उन्होंने कहा कि पहले भी कई इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर भारत और कैरेबियन देशों के बीच हाईलेवल मीटिंग हो चुकी है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भारत और कैरेबियन देशों के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने और आर्थिक और राजनीतिक रुप से मजबूत बनाने के लिए और मजबूती से साथ आना होगा। उन्होंने  आगे कहा कि भारत अपने अनुभवों का इस्तेमाल कई क्षेत्रों को मजबूत करने में कर रहा है और भारत कैरेबियन देशों के साथ भी अपने अनुभव साझा करना चाहता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में आईटी को मजबूत करने की बात कही थी और आज हम आईटी सेंटर्स खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह के सेंटर्स हम उन देशों में भी स्थापित करना चाहते हैं, जहां पर अभी तक ऐसे सेंटर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत कैरेबियन देशों का सभी मुद्दों पर सहयोग करने को तैयार है।     

पेरिस समझौते से इतर भी काम करेगा भारत

इसके बाद यूएन के महासचिव एंटोनियो गेटरर्स के साथ मीटिंग में सुषमा ने कहा कि भारत पेरिस समझौते से इतर भी पर्यावरण को बचाने के लिए अपना काम जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री भी इस बात को कह चुके हैं और पर्यावरण को बचाने के लिए भारत हरसंभव कोशिश करेगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत यूएनएसजी और यूएन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है। 

दुनिया में शांति लाने के लिए सबको साथ मिलकर करना होगा काम: UN

वहीं यूएन के महासचिव एंटोनियो गेटरर्स ने कहा कि अगर हम दुनिया में शांति स्थापित करना चाहते हैं तो हम सबको मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी देश दुनिया में शांति बनाने के लिए मिलकर काम करें। गेटरर्स ने आगे कहा कि आज दुनिया में असुरक्षा और असमानता बढ़ती जा रही है। चारों तरफ संघर्ष फैल रहा है। क्लाइमेट चेंज जैसी परेशानियां हमारे सामने खड़ी हुई हैं। इससे निपटने के लिए हम सबको साथ आना होगा। उन्होंने नॉर्थ कोरिया की तरफ से किए जा रहे परमाणु टेस्ट पर भी चिंता जताई और कहा कि इसका समाधान भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान राजनीतिक रुप से ही होगा। युद्ध और जंग का रास्ता हम नहीं अपनाएंगे। यूएन महासचिव ने रोहिंग्या मुसलमानों के पलायन पर भी चिंता जताते हुए म्यांमार से इस समस्या को सुलझाने को कहा। 

8 देशों के विदेश मंत्रियों से की मुलाकात

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यूएन जनरल असेंबली की मीटिंग के बाद 8 देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री ने मैक्सिको, नॉर्वे, बेल्जियम, ट्यूनीशिया, बहरीन, लातविया, UAE और डेनमार्क के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। इस दौरान सुषमा ने सभी देशों के विदेश मंत्रियों से आर्थिक संबंध कैसे बेहतर बनाए जाए? इस पर चर्चा की। इसके साथ ही सुषमा ने मॉरिशस के पीएम, बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना और भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे से भी मुलाकात की। 

अमेरिका-जापान-भारत के बीच हुई ट्राइलेटरल मीटिंग

इसके अलावा पहले दिन सुषमा स्वराज ने अमेरिका और जापान के साथ त्रिपक्षीय वार्ता में भी हिस्सा लिया। इस दौरान विदेश मंत्री ने चीन के साथ डोकलाम विवाद और उसकी हरकतों को उठाया। साथ ही तीनों देशों के बीच आतंकवाद को लेकर भी चर्चा की गई।  इस मीटिंग में भारत की तरफ से सुषमा स्वराज, अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और जापान के विदेश मंत्री रहे। तीनों नेताओं के बीच नॉर्थ कोरिया के हालिया एक्शन पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा तीनों देशों के बीच सिक्योरिटी और कनेक्टिविटी को लेकर भी बातचीत हुई।

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