हरियाणा-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आज, सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती

हरियाणा-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आज, सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-23 18:29 GMT
हरियाणा-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आज, सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा और महाराष्ट्र में गुरुवार को विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। दोनों राज्यों के साथ 17 राज्यों की 51 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव के लिए भी परिणाम घोषित किए जाएंगे। सतारा और समस्तीपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम भी गुरुवार को घोषित किए जाएंगे। इन सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी।

महाराष्ट्र में 145 सीटों पर बहुमत
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 सीटों का है। मतदान के बाद आए एग्जिट पोल नतीजों में तमाम न्यूज चैनल और चुनाव सर्वे एजेंसियों ने भाजपा को प्रचंड बहुमत का अनुमान जताया है। बीजेपी का दावा है कि उसे अकेले 144 सीटें मिल सकती हैं। जबकि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 212 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। महाराष्ट्र में राकांपा के लिए विधानसभा चुनाव परिणाम महत्वपूर्ण होंगे, जो कांग्रेस का सहयोगी दल है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, एआईएमआईएम और वनीत बहुजन अगाड़ी जैसी पार्टियां भी चुनाव मैदान में हैं।

हरियाणा में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरुरत
राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी को अपनी सत्ता बरकरार रहने की उम्मीद है और एग्जिट पोल से उसकी इन उम्मीदों को और बल मिला है जिनमें बीजेपी की आसान जीत का अनुमान जताया गया है। एबीपी-सी वोटर के एग्जिट पोल में बीजेपी को 72, कांग्रेस को 8 जबकि अन्य को 10 सीटें दी गई है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल में बीजेपी को 71, कांग्रेस को 11 और अन्य को 8 सीटें दी गई है। टीवी 9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल में बीजेपी को 47, कांग्रेस को 23 और अन्य को 20 सीटें दी गई है। न्यूज 18- आईपीएसओएस के एग्जिट पोल में बीजेपी को 75, कांग्रेस को 10 और अन्य को 5 सीटें दी गई है। हालांकि आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल ने भाजपा को कुल 90 में से 32-44 सीटें दी हैं, वहीं कांग्रेस को 30 से 42 सीटें मिलने का अनुमान है।

बीजेपी जीती को रचेगी इतिहास
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को सर्वाधिक 47 सीटें मिलीं थीं, वहीं कांग्रेस को 15 सीटों से संतोष करना पड़ा था, जबकि इनेलो को 19, हरियाणा जनहित कांग्रेस को दो, निर्दलीय एवं अन्य को सात सीटें मिलीं थीं। राज्य में तब मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भाजपा ने बहुमत से सरकार बनाई थी। जबकि 2014 में महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। तब भाजपा को 28.1 फीसदी वोट के साथ 122, शिवसेना को 19.5 फीसदी वोट के साथ 63 सीटें मिली थीं। दोनों का वोट शेयर जोड़ दें तो यह 47.6 फीसदी और सीटों की संख्या 185 पहुंचती है। अगर भाजपा फिर से हरियाणा जीतती है और महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सत्ता में वापसी करती है तो भाजपा इतिहास रचेगी।

इन सीटों पर हुए थे उपचुनाव
यूपी की 11 (गंगोह, रामपुर, इगलास, लखनऊ कैण्ट, गोविन्दनगर, मानिकपुर, प्रतापगढ, जैदपुर, जलालपुर, बलहा और घोसी सीट), गुजरात की छह (अमराईवाड़ी, खेरालू, थराद, लुणावाडा, बयाड और राधनपुर), बिहार की पांच (किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा, नाथनगर और बेलहर), असम की चार ( रंगपारा, सोनारी, रतबारी और जनिया ), हिमाचल प्रदेश की दो (धर्मशाला और पच्छाद), तमिलनाडु की दो (विक्रवंदी और नानगुनेरी), पंजाब की चार (फगवाड़ा, जलालाबाद, मुकेरियां और दाखा) पर उपचुनाव हुए थे।

इसके अलावा केरल की पांच (तिरुवनंतपुरम, अरूर, कोन्नी, एर्नाकुलम और मंजेश्वरम), सिक्किम की तीन (पोकलोक कामरंग, गंगटोक और मरताम-रुमटेक), राजस्थान की दो (झुंझुनूं की मंडावा और नागौर की खींवसर), अरूणाचल प्रदेश की खोंसा पश्चिम, मध्य प्रदेश की झाबुआ, ओडिशा में बारगढ़ जिले की बीजेपुर, छत्तीसगढ़ की चित्रकूट, पुडुचेरी की कामराजनगर, मेघालय की शेल्ला और तेलंगाना की हुजूरनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे।

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