Air India One: पीएम मोदी का नया स्पेशल एयरक्राफ्ट बोइंग 777-300ER पहुंचा दिल्ली, मिसाइल डिफेंस सिस्टम समेत कई खासियत

Air India One: पीएम मोदी का नया स्पेशल एयरक्राफ्ट बोइंग 777-300ER पहुंचा दिल्ली, मिसाइल डिफेंस सिस्टम समेत कई खासियत

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-01 13:30 GMT
हाईलाइट
  • कस्टम मेड बोइंग 777 एयरक्राफ्ट की खूबियां जान दंग रह जाएंगे
  • दिल्ली हवाई अड्डे उतरा पीएम नरेंद्र मोदी का स्पेशल प्लेन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दो कस्टम मेड बोइंग 777-300ER एयरक्राफ्ट गुरुवार को अमेरिका के टेक्सास से दोपहर करीब 3 बजे दिल्ली पहुंचे। एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दौरों के लिए किया जाएगा। विमान निर्माता कंपनी बोइंग को जुलाई में एयर इंडिया को इस विमान को डिलीवर करना था, लेकिन इसकी डिलीवरी में दो बार देरी हुई। जुलाई में COVID-19 महामारी के कारण और फिर अगस्त में तकनीकी कारणों के चलते। सरकारी अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।

 

 

यह विमान दुनिया में सबसे उन्नत किस्म का है। इसका नाम एयर इंडिया वन रखा गया है। इसे अमरीकी राष्ट्रपति के विमान एयरफोर्स वन की तर्ज पर बनाया गया है। इसमें मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी लगाया गया है। यह विमान 900 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है । एक बार इंधन भरने के बाद यह विमान भारत से अमेरिका तक की यात्रा करने में सक्षम है । इन विमानों में मेडिकल इमरजेंसी रूम , मीटिंग रूम , आफिस स्पेस और उन्नत किस्म के कम्यूनिकेशन सिस्टम दिए गए हैं । साथ ही ये विमान मिसाइल सुरक्षा प्रणाली से भी लैस होगा ।  

जानिए क्या है विमानों का खासियत?
- विमान का अपना मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जिसे लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेशर्स (LAIRCM) और सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (SPS) कहा जाता है, जो मिसाइल के खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है।

- सुरक्षा उपायों के लिहाज से दोनों विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन के बराबर होंगे।

-यह विमान अमेरिका और भारत के बीच बिना रुके उड़ान भर सकने में सक्षम है।

- दो बोइंग 777 विमानों में सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (एसपीएस) होगा, जिसका इस्तेमाल अमेरिकी राष्ट्रपति के एयर फोर्स वन में किया जाता है।

- एसपीएस में लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेशर्स, काउंटर-मेशर डिस्पेंसरिंग सिस्टम और इंटिग्रेटेड डिफेंसिव इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट शामिल हैं। 

-ये सुरक्षा प्रणालियां दुश्मन की रडार फ्रिक्वेंसी को जाम कर सकती हैं और हीट-सीकिंग मिसाइलों के गाइडेंस सिस्टम को डिस्टर्ब कर उसे डायवर्ट कर सकती है।

-बोइंग 777 विमानों को एयर इंडिया के पायलट ऑपरेट नहीं करेंगे। इन्हें भारतीय वायु सेना के पायलट ऑपरेट करेंगे।

- एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL), जो भारतीय राष्ट्रीय वाहक की सहायक कंपनी है, दोनों नए विमानों का रखरखाव करेगी।

Tags:    

Similar News