देवबंद का नया फरमान, गणतंत्र दिवस पर होस्टल से बाहर न निकलें छात्र

देवबंद का नया फरमान, गणतंत्र दिवस पर होस्टल से बाहर न निकलें छात्र

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-23 12:17 GMT
देवबंद का नया फरमान, गणतंत्र दिवस पर होस्टल से बाहर न निकलें छात्र
हाईलाइट
  • अक्सर सुर्खियों में रहने वाला 162 साल पुराना मदरसा दारूलउलुम देवबंद एक बार फिर विवादों में घिर गया है।
  • दारूलउलुम ने अपने सर्कुलर में छात्रों को गणंतत्र दिवस के मौके पर बाहर ना निकलने की हिदायत दी है।
  • सर्कुलर में कहा गया है कि अगर वे संस्थान प्रांगण से बाहर निकलते हैं
  • तो उनके साथ दुर्व्यवहार हो सकता है।

डि़जिटल डेस्क,सहारनपुर। अक्सर सुर्खियों में रहने वाला 162 साल पुराना मदरसा दारुलउलूम देवबंद एक बार फिर विवादों में घिर गया है। दारूल उलुम ने इस बार अपने सर्कुलर में छात्रों को गणंतत्र दिवस के मौके पर बाहर ना निकलने की हिदायत दी है। इस इस्लामिक संस्थान ने छात्रों को सर्कुलर के जरिये कहा है कि अगर वे संस्थान प्रांगण से बाहर निकलते हैं, तो उनके साथ दुर्व्यवहार हो सकता है, इसलिए वे संस्थान परिसर में ही रहें।

दारूल उलुम ने छात्रों को ट्रेन में यात्रा करने से भी मना किया है। संस्थान द्वारा उर्दू में जारी किए गये निर्देश में कहा गया है, "अगर यात्रा करना बहुत जरुरी है तो छात्रों को अपना संयम दिखाना होगा और अगर वह इस दौरान किसी भी प्रकार के विवाद में पड़ जाए तो तुरंत मदरसा लौटना होगा।"

सहारनपुर स्थित मदरसे के छात्रावास प्रभारी मौलाना मुनीर उद्दीन उस्मानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि "गणतंत्र दिवस पर छुट्टी होने के कारण सामान्य तौर पर छात्र बाहर घूमने चले जाते हैं। ऐसे में अगर कोई विवाद की स्थिति बनती है, तो उससे बचने के लिए ही छात्रों को निर्देश जारी किए गए है"। उस्मानी के अनुसार राष्ट्रीय महत्व के दिनों में पुलिस और तमाम अन्य विभाग अपनी सुरक्षा जांच बढ़ा देते हैं। पहले भी हमारे छात्रों को न कवेल प्रताड़ित किया गया बल्कि कुछ लोगों के द्वारा हमला भी किया है। इसलिए अगर यात्रा करना अति आवश्क हो तभी यात्रा करने के लिए कहा गया है।

पहले भी हो चुके हैं विवाद
दरसल दो साल पहले 23 नवंबर 2017 को ट्रेन में सफर कर रहे कुछ अल्पसंख्यक छात्रों को बागपत के पास प्रता़ड़ित किए जाने का आरोप लगा था। वहीं 1 मई 2015 को पांच मुस्लिम युवकों के साथ दिल्ली-सहरानपुर ट्रेन में सफर के दौरान दुर्वयव्हार किया गया था। इस घटना के बाद हिंसा में एक स्थानीय नागरिक की मौत और 16 पुलिस वाले घायल हो गए थे।

दारुलउलूम देवबंद के विवादित फतवे
वदें मातरम गीत हो या फिर भारत माता की जय पर जारी किए गए फतवे दारुलउलूम देवबंद हमेशा विवादों में रहता है। पिछले साल जनवरी 2018 में संस्थान ने दो विवादित फतवे जारी किए थे। पहले फतवे में हिदायत दी थी कि बैंक में नौकरी करने वालों के घर में शादी ना करें। वहीं दूसरे फतवे में कहा था कि महिलाओं के लिए चमक-दमक वाले बुर्के हराम है। साथ ही महिलाओं का ब्यूटी पार्लर जाना, मंगेतर से बात करना और सोशल मीडिया पर मुस्लिम पुरुषों-महिलाओं की फोटो डालना फतवा जारी कर नाजायज करार चुका है। 

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