दिल्ली हिंसा : आईएएस अधिकारी घर-घर जाकर करेंगे नुकसान का आकलन

दिल्ली हिंसा : आईएएस अधिकारी घर-घर जाकर करेंगे नुकसान का आकलन

IANS News
Update: 2020-03-06 14:00 GMT
दिल्ली हिंसा : आईएएस अधिकारी घर-घर जाकर करेंगे नुकसान का आकलन
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नई दिल्ली, 6 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में अब खुद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी घर-घर जाकर हिंसा के शिकार हुए लोगों से मुलाकात करेंगे और उनके नुकसान का आकलन करेंगे।

शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने इन आईएएस अधिकारियों को उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात करने का निर्णय लिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इलाके में एसडीएम की तैनाती कर चुके हैं।

दिल्ली सरकार ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये, हिंसा में मरने वाले नाबालिगों के परिजनों को पांच लाख रुपये, घर जलाए जाने पर पांच लाख रुपये और स्कूल को क्षति पहुंचने पर 10 लाख रुपये तक के मुआवजे की घोषणा की है।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा, उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में छह वरिष्ठ आईएएस अफसर दो-दो एसडीएम के साथ लोगों के घरों का वेरिफिकेशन करेंगे।

उत्तर पूर्वी दिल्ली में लोगों के क्षतिग्रस्त हुए घरों का वेरिफिकेशन दिल्ली सरकार जल्द से जल्द पूरा कर लेना चाहती है। यही कारण है कि सरकार ने अगले दो दिन इस वेरिफिकेशन के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। दरअसल क्षतिग्रस्त मकानों और उनमें रहने वालों का पूरा वेरिफिकेशन किए बिना मुआवजे की राशि नहीं दी जा सकती। इसीलिए सरकार यह वेरिफिकेशन जल्द से जल्द पूरा कर लेना चाहती है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, जब तक वेरिफिकेशन नहीं हो जाता है, तब तक लोगों को मुआवजा देना मुश्किल होगा।

उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में मदद पहुंचाए जाने के लिए यहां 18 एसडीएम दिन में और चार एसडीएम रात को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्थिति का मुआयना कर रहे हैं। एसडीएम जरूरतमंद लोगों से मिलकर उन तक मदद पहुंचा रहे हैं। अब इन अधिकारियों के साथ छह वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी जोड़ दिया गया है, ताकि मौके पर ही यह अधिकारी अपना निर्णय ले सकें। दिल्ली सरकार का कहना है कि अब अधिकारियों की संख्या बढ़ाए जाने से नुकसान के आकलन के काम में तेजी आएगी, जिसके चलते लोगों को मुआवजा भी जल्दी मिल सकेगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया था। हिंसा के दौरान गोली लगने से हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई थी। वह एसीपी गोकुलपुरी कार्यालय में तैनात थे। रतनलाल के अलावा गुप्तचर विभाग के कर्मचारी अंकित शर्मा की हिंसा के दौरान बेहरमी से हत्या कर दी गई थी। मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों को भी एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है।

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