कालेधन को सफेद करने की स्कीम थी नोटबंदी : अरुण शौरी

कालेधन को सफेद करने की स्कीम थी नोटबंदी : अरुण शौरी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-03 18:32 GMT
कालेधन को सफेद करने की स्कीम थी नोटबंदी : अरुण शौरी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बाद एक और बीजेपी नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार पर देश की आर्थिक स्थिति को डांवाडोल करने का आरोप लगाते हुए नोटबंदी को एक मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम बताया है। एक न्यूज चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए अरुण शौरी ने बताया, "नोटबंदी के तहत बड़े पैमाने पर काले धन को सफेद किया गया।" उन्होंने कहा कि इस बात की पुष्टि आरबीआई गवर्नर का वह बयान करता है जिसमें उन्होंने 99 फीसदी पुराने नोट बैंकों में जमा होने की बात कही थी।

बता दें कि अरुण शौरी 1998-2004 तक अटल सरकार में विनिवेश और संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों सहित कई अन्य विभागों में मंत्री रहे हैं। वे विश्व बैंक में अर्थशास्त्री और योजना आयोग में सलाहकार भी रह चुके हैं।

यह बोले शौरी :

  • देश इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है और यह संकट नासमझी में लिए गए जीएसटी के फैसले से पैदा हुआ है।
  • जीएसटी का फॉर्म बहुत जटिल है और इसके डिजाइन में कई बड़ी खामियां हैं।
  • जीएसटी का सीधा असर छोटे और मझोले उद्योगों पर पड़ा है।
  • उद्योगों के उत्पादों की बिक्री और उनकी इनकम में गिरावट आई है।
  • असंगठित क्षेत्र पर नोटबंदी का असर पड़ा। इससे कंस्ट्रक्शन, टेक्सटाइल सेक्टर भी बुरी तरह प्रभावित हुए।
  • वर्तमान सरकार का ध्यान सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें और बड़े-बड़े आयोजन करने पर है।
  • ढाई लोग मिलकर पूरा देश चला रहे हैं, किसी की नहीं सुन रहे हैं।
  • यशवंत सिन्हा ने सही कहा कि पार्टी में अपनी बात रखने का कोई मंच नहीं है।

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