भगोड़े कारोबारी माल्या को लाने लन्दन पहुंची ED और CBI की टीम

भगोड़े कारोबारी माल्या को लाने लन्दन पहुंची ED और CBI की टीम

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-19 05:25 GMT
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टीम डिजिटल, नई दिल्ली। बैंकों का 9 हजार करोड़ लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीबीआई और ईडी की टीम लंदन पहुंच गई है। विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में भारत सरकार गंभीर कदम उठा रही है।ईडी के दो अधिकारियों के मुताबिक ईडी 5500 पेज की चार्जशीट लेकर लंदन पहुंची है। इस चार्जशीट में माल्या के काले कारनामों की पूरी लिस्ट है। आपको बता दें पिछली सुनवाई में कोर्ट ने भारत सरकार से माल्या के खिलाफ सबूत ना पेश करने के लिए कई सवाल खड़े किए थे।

साथ ही ईडी ने माल्या के खिलाफ छह अन्य देशो में कानूनी अनुरोध पत्र (लैटरोगैटरी) भेजने जा रहा है। सीबीआई भी अपनी तरफ से तमाम दस्तावेज लंदन कोर्ट में पेश कर चुकी है। सीबीआई इसके पहले माल्या के प्रत्यार्पण की अपील भी कर चुकी है, जिसमें सुनवाई जारी है।

कोर्ट ने कहा था माल्या के आने के बाद ही कार्रवाई

इस मामले में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि सरकार माल्या के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने साफ़ किया था कि अब अगली कार्रवाई माल्या के प्रत्यर्पण के बाद ही होगी। चार दिसंबर से दो हफ्ते के लिए लंदन में सुनवाई होनी है। कोर्ट ने कहा कि इसके बाद ही आगे की सुनवाई होगी। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई को माल्या को अवमानना का दोषी माना था। सज़ा पर पक्ष रखने के लिए माल्या को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा गया था।

बैंकों ने की थी शिकायत
माल्या को डिएगो डील के 40 मिलियन डॉलर अपने बच्चों के एकाउंट में ट्रांसफर करने और सम्पत्ति का सही ब्यौरा न देने के लिए अवमानना का दोषी माना गया था। बैंकों ने इस बात की शिकायत की थी।

     माल्या ने किस बैंक से कितना लिया लोन

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया : 1600 करोड़ रुपए
  • पंजाब नेशनल बैंक : 800 करोड़ रुपए
  • आईडीबीआई बैंक : 800 करोड़ रुपए
  • बैंक ऑफ इंडिया : 650 करोड़ रुपए
  • बैंक ऑफ बड़ौदा : 550 करोड़ रुपए
  • यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया : 430 करोड़ रुपए
  • सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया : 410 करोड़ रुपए
  • यूको बैंक : 320 करोड़ रुपए
  • कॉरपोरेशन बैंक ऑफ इंडिया : 310 करोड़ रुपए
  • सेंट्र बैंक ऑफ मैसूर : 150 करोड़ रुपए
  • इंडियन ओवरसीज़ बैंक : 140 करोड़ रुपए
  • फेडरल बैंक : 90 करोड़ रुपए
  • पंजाब सिंध बैंक : 60 करोड़ रुपए
  • एक्सिस बैंक : 50 करोड़ रुपए

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