कैंसर का हब बनता जा रहा है ये शहर, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या

कैंसर का हब बनता जा रहा है ये शहर, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-12 18:49 GMT
कैंसर का हब बनता जा रहा है ये शहर, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तंबाकू व अन्य मादक पदार्थों के सेवन पर नियंत्रण का प्रयास राज्य में भले ही प्रभाव दिखाने लगा है, लेकिन नागपुर में तंबाकू जनित रोगों में कमी नहीं आई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.दीपक सावंत ने साफ कहा है कि नागपुर कैंसर का हब बनता जा रहा है। यहां कैंसर रोगियों की संख्या अधिक है। कैंसर के कारण भले ही अलग-अलग भी हो सकते हैं, लेकिन तंबाकू सेवन नियंत्रण कार्यक्रम को इस क्षेत्र में अधिक गति देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि टाटा सामाजिक विज्ञान संस्था व अन्य संस्थाओं की सहायता से तंबाकू सेवन नियंत्रण के लिए व्यापक अभियान पर विचार किया गया है।

कुंआरी माताओं की संख्या बढ़ ही है

मंगलवार को अनौपचारिक चर्चा में डॉ.सावंत ने स्वास्थ्य सेवा संबंधी मामले पर बातें साझा की। गर्भपात के मामले को नई चुनौती के तौर पर मानते हुए उन्होंने कहा कि अवैध गर्भपात की संख्या का बढ़ना सामाजिक चिंता का विषय भी होने लगा है। लैंडसेट नामक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका की सर्वे रिपोर्ट सामने आयी है, जिसमें उल्लेख है कि भारत में सालाना डेढ़ करोड़ अवैध गर्भपात होता है। महाराष्ट्र व विशेषकर विदर्भ के कुछ क्षेत्रों में कुंआरी माताओं की संख्या बढ़ ही है। परंपरागत जीवनशैली का प्रभाव स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। कुपोषण की समस्या कायम रहती है। लिहाजा इस मामले में भी समाज जागरण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

अन्य राज्यों से आते हैं मरीज

डॉ.सावंत का कहना है कि नागपुर में कैंसर उपचार सेवा को सक्षम बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। यहां उपचार के लिए आनेवाले कैंसर के मरीजों में अन्य राज्यों के मरीजों की संख्या अधिक है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक व आंध्रप्रदेश के मरीजों की संख्या अधिक रहती है। विश्व वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण की जानकारी है कि राज्य में तंबाकू का सेवन पहले की अपेक्षा कम हुआ है। फिर भी तंबाकू सेवन के प्रसार को कम करने के िलए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है। सर्वेक्षण िरपोर्ट राज्य में तंबाकू नियंत्रण नीति एवं प्रतिबंध योजना को अधिक प्रभावशाली बनाने का महत्वपूर्ण स्रोत होगा।

सीएम जता चुके हैं चिंता

कैंसर मरीजों की संख्या के मामले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस चिंता जता चुके हैं। अगस्त 2017 में टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन ने जामठा में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के पहले फेस का उद्घाटन किया। भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी भी उपस्थित थे। उस दौरान स्वयंसेवी संस्था की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि कैंसर से बचाव के लिए पहले ही सचेत रहने के अभियान में सभी को सहयोग देना होगा।

घोषणा पर अमल नहीं

उपराजधानी में सरकार का कैंसर उपचार अस्पताल नहीं है। दो वर्ष पहले विधानसभा में यह मामला प्रमुखता से उठाया गया था। उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने घोषणा की थी कि नागपुर में 100 करोड़ की लागत से सरकार कैंसर अस्पताल खोलेगी, लेकिन घोषणा पर अमल नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य विभाग व सामाजिक कल्याण विभाग के बीच इस मामले में समन्वय ही नहीं बन पा रहा है।

क्या है तंबाकू सेवन को लेकर रिपोर्ट

विश्व वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण-गैटस 2 के दूसरे दौर 2016-2017 में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के वयस्कों में तंबाकू का प्रसार 2010-11 में 31.5 प्रतिशत था। वह कम होकर 2016-17 में 3.2 प्रतिशत हो गया है। धूम्रपान वयस्कों में 6.6 प्रतिशत से कम होकर 3.8 प्रतिशत हो गया है। धूम्रपान मुक्त तंबाकू का सेवन 3.2 प्रतिशत है। 5.5 प्रतिशत लोग खैनी व 8.6 प्रतिशत वयस्क लोग गुटके का सेवन करते हैं।

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