गंभीर और कश्मीरी नेता के बीच ट्विटर वॉर

गंभीर और कश्मीरी नेता के बीच ट्विटर वॉर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-05 05:26 GMT
गंभीर और कश्मीरी नेता के बीच ट्विटर वॉर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेटर गौतम गंभीर का सेना के प्रति लगाव किसी से छिपा नही है। गंभीर कई बार भारतीय सेना और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर ट्वीट कर और इंटरव्यू के दौरान अपनी बात रख चुके हैं। एक बार फिर गौतम गंभीर ने जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों और नेताओं को लेकर ट्वीट किया है जिसके चलते वो सुर्खियों में हैं। दरअसल जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों के बढ़ते हौसलों और उनके लगातार सेना के जवानों पर हमला करने की घटनाओं के बीच गौतम गंभीर ने एक ट्वीट कर सुझाव दिया है जो कश्मीर के नेताओं को रास नहीं आ रहा है और लगातार वो गंभीर को जवाब दे रहे हैं। 

 

 

पत्थरबाजों से निपटने "गंभीर" सुझाव

घाटी में सेना पर बढ़ती पत्थरबाजी की घटनाओं को लेकर गौतम गंभीर ने ट्वीट किया कि मेरे पास एक समाधान है, जो भी नेता अपने परिवार के साथ बिना किसी सुरक्षा के कश्‍मीर के दुर्गम इलाके में एक सप्‍ताह का समय बिताएगा, उसे ही 2019 में चुनाव लड़ने की इजाजत दी जाए। इसे अनिवार्य किया जाए। इस विकल्‍प के अलावा अन्‍य किसी तरह से वे सुरक्षाबलों की परेशानियां और कश्‍मीरी होने के असली मतलब को नहीं समझ पाएंगे।" 

 

 

कश्मीरी नेता ने कसा तंज 

गौतम गंभीर के इस ट्वीट पर कश्‍मीरी नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला के सचिव तनवीर सादिक ने तंज कसते हुए जवाब दिया है। तनवीर सादिक ने अपने ट्वीट में लिखा, "गौतम गंभीर मेरे पास भी एक उपाय है। आप क्रिकेट छोड़ दीजिए, क्योंकि आप कुछ खास कर नहीं पा रहे हैं। कुछ दिन के लिए मेरे मेहमान बनकर कश्‍मीर आइये, जहां मैं रहता हूं। मैं विश्‍वास दिलाता हूं कि कोई आपको छुएगा नहीं। इसके अलावा हांसिए पर खड़े गरीब कश्‍मीरियों की दुर्दशा समझने का कोई तरीका नहीं है।" 

 


गंभीर-तनवीर में ट्विटर वॉर

तनवीर के इस ट्वीट के जवाब में गौतम गंभीर ने भी ट्वीट किया और उसमें लिखा टैक्‍सपेयर्स के पैसों पर रहने और सभी सुविधाओं का मजा लेने के साथ आप लोगों ने कश्‍मीरियों को मूर्ख बनाने के अलावा इतने सालों में क्‍या किया है?"

 

 

गंभीर के इस ट्वीट का तनवीर सादिक ने जवाब देते हुए ट्वीट किया, गौतम हमने लोगों के लिए बहुत काम किया है, अगर आप आएं तो देख सकेंगे कि कैसे मासूम कश्मीरियों को फंसाया जाता है। आप अपने कथित तौर पर टैक्स चोरी के पैसे को किसी अच्छे काम के लिए दान क्यों नहीं करते? कश्मीरियों के लिए नहीं तो फौजी फंड के लिए ही सही। इससे आप कहीं तो काम आएंगे।

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