मोदी को घेरने चले थे राहुल, 'मैथमेटिक्स' में खुद ही उलझ गए

मोदी को घेरने चले थे राहुल, 'मैथमेटिक्स' में खुद ही उलझ गए

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-05 07:46 GMT
मोदी को घेरने चले थे राहुल, 'मैथमेटिक्स' में खुद ही उलझ गए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जल्द ही कांग्रेस की कमान संभालने वाले राहुल गांधी अब एक बार फिर से अपने ही जाल में फंस गए हैं। बीते कुछ दिनों राहुल बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए रोजाना एक सवाल पूछ रहे हैं। मंगलवार को राहुल ने पीएम से 7वां सवाल पूछा, लेकिन एक गलती कर बैठे। जिसके बाद मोदी सरकार में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने उन पर सवाल उठा दिए।

दरअसल, गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी रोजाना बीजेपी और पीएम मोदी से एक सवाल पूछ रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से ट्विटर पर सवाल दाग रहे राहुल ने मंगलवार को भी एक ट्वीट किया। शायराना अंदाज में किए गए इस ट्वीट में लिखा था "जुमलों की बेवफाई मार गई, नोटबंदी की लुटाई मार गई, GST सारी कमाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई।" इसके आगे इस ट्वीट में लिखा था "बढ़ते दामों से जीना दुश्वार, बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार?" इस ट्वीट के साथ राहुल ने एक ग्राफिक्स भी शेयर किया था, जिसमें 2014 से लेकर 2017 तक बढ़ी हुई महंगाई के आंकड़े बताए गए थे, लेकिन इन आंकड़ों में राहुल से एक "मैथमेटिकल मिस्टेक" हो गई। असल में महंगाई में हुई बढ़ोतरी का जो परसेंटेज इस ग्राफिक्स में दिखाना चाहिए था, उससे 100% ज्यादा इसमें दिखाया गया। बस फिर क्या था, एक बार फिर से राहुल बीजेपी के निशाने पर आ गए।



ऐसे समझें इसे

मंगलवार को राहुल के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में बड़ी "मैथमेटिकल मिस्टेक" देखने को मिली। इसमें कीमतों को सीधे-सीधे 100% ज्यादा तक बढ़ा दिया गया। राहुल के ट्वीट के साथ शेयर किए गए ग्राफिक्स में 2014 में गैस सिलेंडर की कीमत 414 रुपए थी, जो 2017 में 742 हो हई। इस तरह से एक सिलेंडर की कीमत में 79% का इजाफा हुआ है, लेकिन राहुल के ग्राफिक्स में इसे 179% दिखाया गया। इसी तरह से दाल की कीमत में 177% का इजाफा दिखाया गया, जबकि वो 77% होना चाहिए था। ग्राफिक्स में प्याज की कीमत 2014 में 40 रुपए जबकि 2017 में 80 रुपए दिखाई गई। इस तरह से प्याज की कीमतों में 100% की बढ़ोतरी हुई, लेकिन ग्राफिक्स में इसे 200% दिखाया गया।

बीजेपी को मिला मौका

राहुल के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने इस मौके का फायदा फिर से उठा लिया। यूनियन मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने राहुल के होमवर्क पर सवाल उठाते हुए कहा कि "उनके सवाल बेढ़ंग से गढ़े हुए हैं। मैं नहीं जानता कि इन सवालों को कौन लिखता है और वो किस आधार पर इन सवालों को पूछते हैं।" मंत्री ने आगे कहा कि "या तो उन्हें डेटा की बिल्कुल भी समझ नहीं है, या फिर वो इसे अपनी सुविधा के मुताबिक गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। ये सभी डेटा आधारहीन हैं।" इससे पहले भी रविवार को बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी को अपना स्क्रिप्ट राइटर बदलने की सलाह दी थी।

राहुल ने डिलीट किया ट्वीट

 

 

गलती पकड़ाई में आने के बाद कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने अपना पुराना ट्वीट गलत कर दिया। हालांकि उन्होंने अपने नए ट्वीट में शायरी और सवाल तो वही रखा, बस ग्राफिक्स बदल दिया। अपने नए ट्वीट में राहुल ने ग्राफिक्स में परसेंटेज की बजाय इस बार बढ़ी हुई कीमतों का जिक्र किया। नए ग्राफिक्स में राहुल ने बताया कि "2014 में प्याज गैस सिलेंडर की कीमत 414 रुपए थी, जो 2014 में 742 तक पहुंच गई। यानी कि इसमें 328 रुपए की बढ़ोतरी हुई। इसी तरह से 2014 में दाल 45 रुपए किलो मिलती थी, लेकिन 2017 में 80 रुपए किलो में मिलती है। इसका मतलब कि दाल की कीमतों में 35 रुपए किलो की बढ़ोतरी हुई है।" मोदी सरकार में बढ़ती महंगाई के खिलाफ राहुल ने मोदी सरकार से सवाल किया "क्या बीजेपी सरकार सिर्फ अमीरों की ही है?"

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