दिल्ली: 43 मौतों ने दिलाई जानलेवा हादसों की याद, 1997 में खामोश हो गई थी 59 जिंदगियां

दिल्ली: 43 मौतों ने दिलाई जानलेवा हादसों की याद, 1997 में खामोश हो गई थी 59 जिंदगियां

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-08 11:05 GMT
दिल्ली: 43 मौतों ने दिलाई जानलेवा हादसों की याद, 1997 में खामोश हो गई थी 59 जिंदगियां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की एक फैक्ट्री में रविवार को भीषण आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मरने वाले ज्यादातर लोग मजदूर थे जो सुबह 5 बजे फैक्ट्री में सो रहे थे। शॉर्ट-सर्किट की वजह से लगी आग पर काबू पा लिया गया है। इस दुर्घटना को पिछले तीन दशकों में सबसे भीषण दुर्घटना के तौर पर देखा जा रहा है। 43 लोगों की मौत ने दिल्ली में हुए उन हादसों की याद दिला दी जिसमें कई जिंदगियां खामोश हो गई थी।

जून 1997:
साल 1997 में साउथ दिल्ली के ग्रीन पार्क एरिया में उपहार सिनेमा में आग लग गई थी। इस हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

जनवरी 2018:
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में एक पटाखा यूनिट में आग लगने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी। तीन-मंजिला इमारत के अंदर लगभग 50 कर्मचारी फंसे हुए थे। दिल्ली फायर सर्विसेज ने कहा था कि अधिकांश मौतें जलने से हुईं जबकि कुछ की जान जहरीले धुएं के कारण चली गई।

अप्रैल 2018:
दिल्ली के कोहाट एन्क्लेव में आग लगने से दो नाबालिग बच्चों सहित एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी।

अप्रैल 2018:
शाहदरा के एमएस पार्क में एक बड़ी आग लगने के बाद कम से कम 300 झोंपड़ियां जल गई थी। हादसे में एक लड़की की मौत हुई थी।

मई 2018:
दक्षिण दिल्ली के मालवीय नगर में एक ट्रक में आग लगने के बाद रबड़ शीट के गोदाम में फैल गई थी। 14 घंटे के अग्निशमन अभियान के बाद आग पर काबू पाया गया था। इस हादसे में किसी की जान तो नहीं गई थी लेकिन करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था।

नवंबर 2018:
मध्य दिल्ली के करोल बाग में एक कारखाने में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई थी और एक व्यक्ति घायल हो गया था।

फरवरी 2019:
नोएडा सेक्टर 12 में मेट्रो हॉस्पिटल्स और हार्ट इंस्टीट्यूट के आईसीयू में भीषण आग लग गई थी। किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली थी, लेकिन 66 मरीजों को वहां से निकालना पड़ा था।

फरवरी 2019:
दिल्ली के करोल बाग इलाके में होटल अर्पित पैलेस में आग लगने से कम से कम सत्रह लोग मारे गए थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया था कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण तड़के लगभग 3:30 बजे इमारत की पहली मंजिल पर लगी थी।

अगस्त 2019:
दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जाकिर नगर में एक आवासीय इमारत में आग लगने से तीन बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों का मानना था कि बिजली के मीटर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी।

अगस्त 2019:
दिल्ली के एम्स में आपातकालीन वार्ड के पास आग लग गई थी। इसके चलते कई मरीजों को वहां से बाहर निकाला गया था। करीब 34 फायर टेंडरों की मदद से आग पर काबू पाया गया था।

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