रेलवे की नई सौगात, यात्रियों को अब हाईस्पीड इंटरनेट

रेलवे की नई सौगात, यात्रियों को अब हाईस्पीड इंटरनेट

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-19 10:25 GMT
रेलवे की नई सौगात, यात्रियों को अब हाईस्पीड इंटरनेट

टीम डिजिटल. नई दिल्ली. भारतीय रेलवे जल्द ही यात्रियों को हाईस्पीड इंटरनेट की सौगात देने जा रहा है. इसके लिए रेलवे 5000 करोड़ रुपए की लागत से हाईस्पीड मोबाइल कम्युनिकेशन कॉरिडोर बना रहा है. इस सिस्टम से रेलवे के कर्मचारी (गैंगमेन) लोको पायलट और स्टेशन मास्टर को ट्रैक के हालात की सीधी जानकारी दे सकेंगे. इससे ट्रेन ऑपरेशन और ट्रेन संचालन में भी सुधार होगा. साथ ही यात्रियों के इंटरनेट का हाईस्पीड सुविधा भी मिल सकेगी.

फिलहाल रेल संचालन के लिए रेलवे वायरलेस सिस्टम का इस्तेमाल करता है. इसमें ड्राइवर और कंट्रोलर किसी ट्रेन का मार्ग तय करते हैं. रेलवे के सिग्नल और टेलिकॉम शाखा के अधिकारी ने बताया कि, अब जीएसएम-आर (ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन-रेलवेज) की जगह एलटीई-आर (लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन-रेलवेज) सिस्टम लगाया जा रहा है.

रेल मंत्रालय के मुताबिक, फिलहाल मुख्य मार्ग पर 2541 किलोमीटर में नए कम्युनिकेशन सिस्टम ने काम शुरू कर दिया है. जबकि 3408 किलोमीटर मार्ग पर इसका काम तेजी से चल रहा है. कम्युनिकेशन कॉरिडोर बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने एक कंपनी को जिम्मा सौंपा है. यह कॉरिडोर पीपीपी मॉडल के तहत बनाया जा रहा है.

क्या है पीपीपी

पीपीपी एक तरह का निजीकरण है जिसमें निजी कंपनी या कंपनियों का संघ सार्वजनिक बुनियादी ढाँचा योजनाओं की डिजाईन, निर्माण, संचालन और अनेक प्रकरणों में वित्त व्यवस्था को अपने हाथ में लेती है.

हाईस्पीड इंटरनेट के फायदे

हाईस्पीड कॉरिडोर से अलग-अलग रूट की ट्रेनों के संचालन में सुरक्षा और प्रबंधन के अलावा यात्रियों को ब्रॉडबैंड सेवा भी मिलेगी. यात्री आजकल हर वक्त इंटरनेट कनेक्टिविटी चाहते हैं. चाहे वो ट्रेन में हों या स्टेशन पर. यह सिस्टम रेलवे के साथ यात्रियों की जरूरतों को पूरा करेगा. इससे आने वाले वक्त में यह मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्युनिकेशन में नियंत्रण कक्ष और ट्रेन के चालक दल के साथ बेहतर कम्युनिकेशन बनाने में मददगार होगा.

 

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