भारत-अमेरिका के बीच BECA डील पर हुए हस्ताक्षर, साझा कर सकेंगे मिलिट्री जानकारियां

भारत-अमेरिका के बीच BECA डील पर हुए हस्ताक्षर, साझा कर सकेंगे मिलिट्री जानकारियां

Manmohan Prajapati
Update: 2020-10-27 04:13 GMT
भारत-अमेरिका के बीच BECA डील पर हुए हस्ताक्षर, साझा कर सकेंगे मिलिट्री जानकारियां
हाईलाइट
  • आज 2+2 वार्ता में बेका पर हस्ताक्षर किए गए
  • दोनों देशों के बीच सैन्य समझौता बेका पर सहमति
  • रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों के साथ कई मुद्दों पर होगी चर्चा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत (India) और अमेरिका (America) के बीच आज (27 अक्टूबर, मंगलवार) तीसरी टू प्लस टू मंत्री स्तरीय बैठक दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हैदराबाद हाउस में हुई। इस बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो व रक्षा मंत्री मार्क एस्पर अपने भारतीय समकक्षों एस. जयशंकर और राजनाथ सिंह शामिल हुए। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक बेसिक एक्‍सचेंज ऐंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA) समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं।

बैठक के बाद दोनों देशों की ओर से साझा बयान जारी किया गया है। जिसके अनुसार दोनों देशों के बीच BECA समझौते पर हस्ताक्षर हो गए हैं। इतना ही नहीं इस बैठक में परमाणु सहयोग को लेकर भी बात आगे बढ़ी है। साझा प्रेस वार्ता से दोनों देशों ने चीन को भी कड़ा संदेश दिया।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा कि भारत और अमेरिका की दोस्ती लगातार मजबूत हुई है, 2+2 बैठक में भी दोनों देशों ने कई मसलों पर मंथन किया। जिसमें कोरोना संकट के बाद की स्थिति, दुनिया की मौजूदा स्थिति, सुरक्षा के मसलों पर कई अहम मुद्दों पर विस्तार से बात की गई।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मुताबिक, दोनों देशों ने परमाणु सहयोग बढ़ाने को लेकर कदम बढ़ाए हैं, साथ ही भारतीय उपमहाद्वीप में सुरक्षा की स्थिति को लेकर विस्तार से बात की है।

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क्या है बेका समझौता
बेका समझौते के बाद चीन और पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, ये समझौता दोनों देशों को सशस्त्र बलों के बीच विस्तारित भू-स्थानिक जानकारी साझा करने की अनुमति देगा। इस समझौते से अब अमेरिकी सैटेलाइटों द्वारा जुटाई गई जानकारियां भारत के साथ साझा की जा सकेंगी। इसके साथ ही अमेरिका के संवेदनशील संचार डाटा तक भारत की पहुंच होगी। इससे भारतीय मिसाइलों की क्षमता सटीक और बेहद कारगर होगी।

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