चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने भेजी चांद की हाई-रिजॉल्यूशन तस्वीर, ISRO ने की शेयर

चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने भेजी चांद की हाई-रिजॉल्यूशन तस्वीर, ISRO ने की शेयर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-04 18:38 GMT
चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने भेजी चांद की हाई-रिजॉल्यूशन तस्वीर, ISRO ने की शेयर

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को चंद्रमा की पहली तस्वीरें जारी की हैं। ये तस्वीरें चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर पर लगे हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरा (OHRC) से खींची गई है। यह पैंक्रोमैटिक बैंड (450-800 nm) पर संचालित होता है जो 100 किमी की कक्षा से चांद की सतह पर 0.3 मीटर तक की तस्वीर ले सकता है।

ISRO ने इमेज के टाइम और लोकेशन के बारे में स्पेसफिक जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि यह तस्वीर 5 सितंबर को सुबह 4.38 बजे 100 किमी की ऊंचाई से ली गई है। ये तस्वीर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में स्थित बोगुस्लास्की ई क्रेटर के हिस्से (14 किमी का व्यास और 3 किमी की गहराई) और आसपास के हिस्से की है। इस क्रेटर का नाम पालोन एच लुडविग वॉन बोगुस्लास्की के नाम पर रखा गया है, जो एक जर्मन खगोलशास्त्री थे।

बता दें कि चंद्रयान-2 को सोमवार (22 जुलाई) को दोपहर 2.43 बजे श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। प्रक्षेपण के 17 मिनट बाद ही यान सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया था। 2 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर को लैंडर "विक्रम" से अलग किया गया था। लैंडर और रोवर को 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी।

चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक विक्रम सामान्य तरीके से नीचे उतरा। इसके बाद लैंडर का धरती से संपर्क टूट गया। हालांकि चंद्रयान का मुख्य अंतरिक्ष यान "ऑर्बिटर" अभी भी चंद्रमा की कक्षा में है और वह कम से कम 7 वर्ष तक चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगाना जारी रखेगा। ऑर्बिटर में लगे आठ पेलोड 100 किलोमीटर की दूरी से अलग-अलग डाटा इकट्ठा करेंगे।

 

 

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