JDU में बिखराव के संकेत, नीतीश से खफा चल रहे शरद यादव बना सकते हैं 'नई पार्टी '
JDU में बिखराव के संकेत, नीतीश से खफा चल रहे शरद यादव बना सकते हैं 'नई पार्टी '
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। JDU-RJD दूरियों के बाद अब JDU के वरिष्ठ नेता शरद यादव और सीएम नीतीश कुमार के बीच मतभेद सामने आ रहें हैं। नीतीश और शरद के बीच दूरियों की खबरों को हवा तब मिली जब समाजवादी नेता और पूर्व विधान पार्षद विजय वर्मा ने शरद के महागठबंधन में बने रहने के लिए नई पार्टी बनाने के संकेत दिए।
शरद यादव पुराने साथियों से कर रहे संपर्क
विजय वर्मा शरद यादव के काफी विश्वस्त माने जाते हैं। वो दो बार बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। वर्मा के मुताबिक शरद यादव पुराने साथियों के संपर्क कर राजनीतिक हालात पर विचार कर रहे हैं।
वर्मा ने दावा किया है कि शरद नए दल का गठन एक विकल्प है और उस पर संजीदगी से विचार किया जा रहा है। साथ ही शरद यादव ने एनडीए सरकार में बतौर मंत्री शामिल होने से इनकार कर दिया है। वर्मा का कहना है कि होटल के बदले ज़मीन मामले में सीबीआई की प्राथमिकी को लेकर नीतीश सरकार जिस तरीके से महागठबंधन से अलग हुई उससे शरद यादव काफी नाराज़ हैं।
शरद ने महागठबंधन टूटने को बताया था दुर्भाग्यपूर्ण
गौरतलब है कि 31 जुलाई को संसद के बाहर शरद ने मीडिया से बात करते हुआ कहा था कि "जनादेश इसके लिए नहीं था और महागठबंधन के बिखरने को अप्रिय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया था।"
केसी त्यागी ने बताया अफवाह
हालांकि JDU के प्रधान महासचिव के सी त्यागी ने इसे अलग पार्टी बनाने की बात को अफवाह बताया। JDU के प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक ने शरद की बेरुखी और नाराजगी को खारिज कर दिया।
त्यागी के मुताबिक उन्होंने शरद जी को पिछले 40 सालों से बहुत करीब से देखा है और जानते हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर वो लालू प्रसाद से अलग हुए थे। ऐसे में वो कैसे लालू के साथ जा सकते हैं।