जानें दुनिया के चौथे बड़े हवाईअड्डे की खासियतें, जो इसे वाकई बना रही हैं यूपी का 'जेवर'

एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जानें दुनिया के चौथे बड़े हवाईअड्डे की खासियतें, जो इसे वाकई बना रही हैं यूपी का 'जेवर'

ANAND VANI
Update: 2021-11-25 06:08 GMT
हाईलाइट
  • लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। यूपी के जेवर एयरपोर्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है। लोगों के साथ चुनावों में सरकार को इसे लेकर तमाम उम्मीदें हैं। नवंबर 2024 तक इस एयरपोर्ट से उड़ान शुरू हो जाएगी। जेवर एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस वे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे और आसपास के सभी प्रमुख सड़कों और राजमार्गों  को जोड़ा जाएगा

जेवर एयरपोर्ट से सिर्फ विदेश के लिए हवाई सफर ही नहीं किया जा सकेगा बल्कि जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा कार्गो का हब होगा। देश में पहली बार जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जहाजों के मेंटेनेंस के लिए बड़ा मेंटेनेंस सेंटर स्थापित किया जा रहा है जिसके लिए अब तक देश के एरोप्लेन  विदेश जाया करते थे।

 

अब वो दिन दूर नहीं जब विदेश जाने के लिए दिल्ली-NCR के लोगों के पास सिर्फ इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट इकलौता विकल्प नहीं होगा। एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के साथ यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इस एयरपोर्ट को कुल 3300 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। इसकी लागत 30 हजार करोड़ के करीब आएगी।
जेवर एयरपोर्ट की विशेषताएं
जेवर एयरपोर्ट में कुल 5 रनवे होंगे, पहले चरण में यहां 2 रनवे बनेंगे। जबकि दूसरे चरण में इसे बढ़ाकर 5 रनवे कर दिया जाएगा।

एयरपोर्ट के भीतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रुप में दूसरा विकल्प भी होगा। जिसमें रेलवे स्टेशन शामिल हैं। जहां से आप मेट्रो या हाई स्पीड ट्रेन में सवार होकर आसपास के शहरों में जा सकेंगे।

 

 

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