मेडिकल एडमिशन स्कैम : इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज हटेंगे, CJI ने शुरू की प्रोसेस

मेडिकल एडमिशन स्कैम : इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज हटेंगे, CJI ने शुरू की प्रोसेस

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-30 07:18 GMT
मेडिकल एडमिशन स्कैम : इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज हटेंगे, CJI ने शुरू की प्रोसेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेडिकल एडमिशन स्कैम में नाम सामने आने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस एसएन शुक्ला की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं। दरअसल, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा ने अब जस्टिस शुक्ला को पद से हटाने की प्रोसेस शुरू कर दी है। इस मामले में CJI दीपक मिश्रा ने जस्टिस शुक्ला को इस्तीफा देने या इच्छा से रिटायरमेंट लेने की बात भी कही है, लेकिन जस्टिस शुक्ला ने इससे इनकार कर दिया है। बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उठाया था।


CJI दीपक मिश्रा ने दिए ये ऑर्डर

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा ने जस्टिस एसएन शुक्ला को पद से हटाने की बात कही है। CJI ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को तत्काल प्रभाव से सभी ज्यूडिशियल वर्क्स को जस्टिस शुक्ला से वापस लेने के ऑर्डर दिए हैं। अब जब जस्टिस शुक्ला पद से हट जाएंगे, तो सीबीआई भी उनके खिलाफ केस दर्ज कर सकती है।

जस्टिस शुक्ला पर क्या हैं आरोप? 

जानकारी के मुताबिक, जस्टिस शुक्ला पर आरोप है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक बेंच की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने एकेडमिक ईयर 2017-18 में मेडिकल स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए प्राइवेट कॉलेजों को परमिशन दे दी थी। जस्टिस शुक्ला का ये फैसला चीफ जस्टिस के फैसले के खिलाफ था। इस पूरे मामले को लेकर जस्टिस शुक्ला के खिलाफ पिछले साल 1 सितंबर को चीफ जस्टिस को दो शिकायतें दी गई थीं।

3 जजों के पैनल ने की थी जांच

इस मामले की शिकायत के बाद जांच के लिए 3 जजों की एक इन-हाउस पैनल बनाई गई थी। इस पैनल में मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी, सिक्कीम हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसके अग्निहोत्री और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पीके जायसवाल थे। इस पैनल ने अपनी सिफारिश में कहा था कि "जस्टिस शुक्ला ने ज्यूडिशियल वैल्यूज़ को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने एक जज का रोल ठीक से नहीं निभाया और अपने ऑफिस की गरिमा और विश्वसनीयता को ठेस पहुंचाने वाला काम किया है।"

क्या है मेडिकल एडमिशन घोटाला? 

दरअसल, देशभर के 46 मेडिकल कॉलेजों में नए एडमिशन को लेकर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी थी। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। CBI के मुताबिक, पूर्व जजों ने अपने कॉन्टेक्ट्स के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में केस को रफा-दफा करने को कहा और इसके एवज में पैसों की डिमांड भी की गई थी। CBI जांच में ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज इशरत मसरूर कुद्दुदसी और इलाहाबाद हाईकोर्ट के दो मौजूदा जजों का नाम सामने आया। इस मामले में पूर्व जज आईएम कुद्दुदसी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और फिलहाल ये सभी जेल में बंद हैं। अब अगर CJI दीपक मिश्रा, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शुक्ला को पद से हटा देते हैं, तो CBI जस्टिस शुक्ला के खिलाफ केस दर्ज कर सकती है और उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है। 

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