भारतीय वायु सेना का मिग-29 हुआ अपग्रेड, अब 2100 किमी तक करेगा मार

भारतीय वायु सेना का मिग-29 हुआ अपग्रेड, अब 2100 किमी तक करेगा मार

Manmohan Prajapati
Update: 2018-10-07 10:01 GMT
भारतीय वायु सेना का मिग-29 हुआ अपग्रेड, अब 2100 किमी तक करेगा मार
हाईलाइट
  • आईएएफ की शक्ति में बहुत वृद्धि की गई
  • आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया मिग-29
  • सुखोई के बाद सबसे शक्तिशाली है मिग-29

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना का लड़ाकू विमान मिग-29 अब पहले से अधिक शक्तिशाली होगा। इस विमान को अपडेट किया गया है, अधिकारियों के मुताबिक लड़ाकू विमान की कमी से जूझ रही सेना के लिए यह कारगर साबित होगा। पिछले हफ्ते, अपग्रेड किए गए मिग-29 ने आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पर अपनी लड़ाकू क्षमताओं का प्रदर्शन भी किया। बता दें कि मिग-29 विमान सुखोई के बाद सबसे शक्तिशाली माना जाता है।

वायु सेना में इस विमान को बाज के नाम से भी जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक वायुसेना ने कई मिग-29 विमानों को अपग्रेड भी किया गया है। जिसके बाद बिना अतिरिक्त टैंक के यह विमान 1500 किलोमीटर के बजाए अब 2100 किलोमीटर तक जाकर मार कर सकता है। मालूम हो कि सेना के पास इस विमान के अलावा कई ऐसे लड़ाकू विमान हैं, जो पल भर में युद्ध मैदान में दुश्मन का सफाया कर सकते हैं।

मिला अ​धिक पावर 
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि 1980 के दशक की शुरुआत में आपातकालीन धारा के तहत खरीदे गए मिग-29 को अपग्रेड के बाद अ​धिक पावर मिला है। यह लड़ाकू जेट पहले की अपेक्षा उपयुक्त प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं। फ्लाइट लेफ्टिनेंट करण कोहली ने कहा है कि अपग्रेड किए गए मिग-29 में मल्टी- फंक्शनल डिस्प्ले (एमएफडी) स्क्रीन है। कोहली ने कहा कि मिग 29 के विरासत संस्करण में पुराने उपकरणों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें डिजिटल स्क्रीन वाले ग्लास कॉकपिट समेत सभी नवीनतम सुविधाएं हैं। एयर-टू-एयर रिफाइवलिंग फीचर के साथ अपग्रेड किए गए मिग 29 पिछले विमान की तुलना में बड़ी दूरी को कवर कर सकते हैं और दुश्मन को नष्ट कर सकते हैं।

शक्ति में वृद्धि
अपग्रेड मिग-29 लड़ाकू विमान में लंबवत रूप से उतरने की क्षमता है, जिसने "आईएएफ की शक्ति में बहुत वृद्धि की है"। आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन, जो कि पाकिस्तान से लगभग 100 किमी और चीन सीमाओं से 250 किमी दूर है, अब अपग्रेड किए गए मिग -29 से लैस है। यहां बता दें कि 12 सितंबर को भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने कहा था कि ऐसे समय में जब भारत दो परमाणु संपन्न पड़ोसियों से सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है तो वायु सेना में लड़ाकू विमानों की बेहद कमी है। लेकिन इस विमान के अपग्रेड के बाद वायु सेना को और अधिक पावर मिला है। 

42 बेड़ों के मुकाबले 31 बेड़े
आईएएफ प्रमुख ने कहा था कि बल के पास लड़ाकू विमानों के मंजूर किए गए 42 बेड़ों के मुकाबले 31 बेड़े हैं। उन्होंने चीन और पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा था कि जब हमारे पास 42 बेड़े हो जाएंगे तब भी हमारे दो क्षेत्रीय दुश्मनों की संयुक्त संख्या से कम होंगे। मिग-29 के अपग्रेड होने के बाद मिले अधिक पावर से अब आॅपरेशन के दौरान एयर-टू-एयर, एयर-टू-ग्राउंड और एंटी-शिपिंग कर सकते हैं। यहां बता दें कि 1999 के कारगिल युद्ध में, आदम्पुर स्टेशन ने 15,000 फीट और उससे ऊपर की ऊंची ऊंचाई पर स्थित दुश्मन किलेबंदी को नष्ट करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 


 

 

 

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