मुस्लिमों को तीन तलाक, गोरक्षा और अयोध्या विवाद पर RSS देगा सीख

मुस्लिमों को तीन तलाक, गोरक्षा और अयोध्या विवाद पर RSS देगा सीख

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-25 14:59 GMT
मुस्लिमों को तीन तलाक, गोरक्षा और अयोध्या विवाद पर RSS देगा सीख

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आरएसएस का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच तीन तलाक, गोरक्षा, अयोध्या विवाद पर आपसी सहमती बनाने के लिए एक नई पहल करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नए साल से सेमिनार के माध्यम से मुस्लिम उलेमाओं, धर्मगुरुओं और विश्वविद्यालयों के पूर्व वीसी, कानून के जानकारों की मद्द से समाज में कई मुद्दों पर जागरूकता लाने के लिए सार्थक प्रयास करेगा। इन सेमिनारों के माध्यम से खासकर युवाओं इन मुद्दो पर शिक्षित करेगा।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के युवा एवं छात्र इकाई के राष्ट्रीय संयोजक खुर्शीद रजाका ने बताया कि देश में फिलहाल तीन तलाक, गोरक्षा, अयोध्या विवाद, जम्मू-कश्मीर विवाद समेत कई मुद्दों पर भ्रम दूर करने और असलियत सामने लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए नए साल के शुरू में दिल्ली में सेमिनार करने का प्लान है।

                               



मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का कहना है कि तीन तलाक के विधेयक को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और केंद्र सरकार आमने-सामने है। जबकि तीन तलाक पर कोर्ट ने कुरान के सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर अपना फैसला सुनाया था। तीन तलाक पर मुसलमानों को कानून के अंतर्गत ही बताया जाएगा कि किस तरह से पुरूष और महिलाओं में असमानता दूर हो सके। साथ ही तीन तलाक खत्म होने पर क्या प्रभाव मुस्लिम महिलाओं पर किस तरह से सार्थक रहेगा इन सब पहलुओं की जानकारी भी समाज को दी जाएगी।

                                      

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का कहना है कि वे अपने प्लान के माध्यम से मुस्लिम समाज को गोरक्षा कानून की जानकारी देंगे। जिससे कि गोरक्षा के नाम पर होने वाले विवाद में मुसलमान के नुकसान को रोका जा सके। साथ ही लव जिहाद के नाम पर होने वाले विवादों को रोकने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। गोरक्षा और लव जिहाद पर मुस्लिमों में जागरुकता लाने के लिए भी हर संभव प्रयास किया जाएगा।

                            


                                 
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बताया कि अयोध्या में मंदिर और मस्जिद को लेकर बढ़ रही असमानता और तनाव को कम करने की पूरी कोशिश की जाएगी। साथ ही मुस्लिम उलेमाओं, धर्मगुरुओं और विश्वविद्यालयों के पूर्व वीसी, कानून के जानकारों की मद्द से दोनों समुदायों में आपसी सामंजस बैठाने का प्रयास किया जाएगा। वहीं आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद युवाओं की तरफ की गई गई पत्थरबाजी, आंतकी घटनानओं को रोकने और सरकार की तरफ से वहां शांति के लिए किए गए असल प्रयास की जानकारी देकर स्थिति साफ की जाएगी। 

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