विपक्ष का बिल राज्यसभा में पास, अमित शाह ने सांसदो की लगाई क्लास
विपक्ष का बिल राज्यसभा में पास, अमित शाह ने सांसदो की लगाई क्लास
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक पारित कर दिया गया। इससे सत्ता धारी बीजेपी की मुसीबत बढ़ गई है। क्योंकि जिस वक्त विपक्ष के जरिए विधेयक पेश किया गया उस दौरान NDA के कई सांसद सदन में मौजूद नहीं थे। सांसदों की गैरमौजूदगी से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खासे नाराज हैं।
सरकार नहीं थी विधेयक के पक्ष में
विधेयक पारित होने से विपक्षी दलों की राह आसान हो गई है। क्योंकि सरकार इसके विधयेक के पारित होने के पक्ष में नहीं थी। दरअल विधेयक में प्रस्तावित आयोग की सदस्य संख्या तीन से बढ़ाकर पांच करने का प्रस्ताव रखा गया था। विपक्ष के तीनों सांसदों ने पांच सदस्यों में एक महिला सदस्य और एक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य को शामिल करने का प्रावधान विधेयक में शामिल करने के संशोधन पेश किए। इसके अलावा संशोधन में ये भी मांग की गई थी कि आयोग के सभी सदस्य पिछड़े वर्ग के ही हों।
विपक्ष के भारी पलड़े से पारित हुआ विधेयक
आपको बता दें कि सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने पिछड़ा वर्ग आयोग संविधान संशोधन विधेयक राज्यसभा में पेश किया। जिस पर लगभग चार घंटे बहस चली। जिसके बाद कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, बीके हरिप्रसाद और हुसैन दलवई ने विधेयक में संशोधन की मांग की थी।इस बीच दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन से इस पर मतविभाजन की मांग की। जिसे सभापति ने मंजूर कर लिया। मतविभाजन के दौरान विपक्ष के संशोधन के पक्ष में 75 वोट पड़े जबकि इसके खिलाफ सिर्फ 54 वोट मिले। सरकार के नदारद सांसदों की वजह से सत्ता पक्ष कमजोर पड़ गया और वो विधेयक पारित होने से नहीं रोक पाई।
अमित शाह ने सांसदो की लगाई क्लास
राज्यसभा से पारित संशोधन विधेयक को अब लोकसभा भेजा जाएगा। जहां सरकार विपक्ष के संशोधन का विरोध कर सकती है। राज्यसभा में इस किरकिरी पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों सदनों से बीजेपी सदस्यों की गैरमौजूदगी पर नाराजगी जाहिर की है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सक्रिय हो गए और उन्होंने पार्टी सांसदों को जमकर लताड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाह ने सांसदों को दो टूक कहा कि सभी को सदन में उपस्थित रहना चाहिए था। सभी को तीन लाइन के व्हिप का पालन करना चाहिए और सदन की कार्यवाही शुरू होने से समाप्त होने तक सदन में ही उपस्थित रहना चाहिए।
वहीं बीजेपी संसदीय दल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने मीडिया से भी बात की। कुमार ने कहा कि जब तक संसद चले सभी सदस्यों को उपस्थित रहना चाहिए। सदस्यों की अनुपस्थिति के मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।
दोबारा ऐसा न करने की दी हिदायत
अमित शाह ने सांसदों से सुनिश्चित करने को कहा है कि वो ऐसा दोबारा नहीं करेंगे। बीजेपी राज्यसभा में उपस्थित न रहे सदस्यों से स्पष्टीकरण भी मांग सकती है। पिछले हफ्ते ही कम अटेंडेंट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा सांसदों से उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा था। पीएम मोदी ने रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी सांसदों से कहा था कि बीजेपी सांसदों की जिम्मेदारी है न कि विपक्ष की कि बिल पास हो।