93 साल के हुए अटल बिहारी वाजपेयी, बधाई देने घर पहुंचे PM मोदी समेत कई नेता

93 साल के हुए अटल बिहारी वाजपेयी, बधाई देने घर पहुंचे PM मोदी समेत कई नेता

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-25 06:12 GMT
93 साल के हुए अटल बिहारी वाजपेयी, बधाई देने घर पहुंचे PM मोदी समेत कई नेता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज 93 वर्ष के हो गए हैं। इस मौके पर देशभर से ढेरों जन्मदिन की शुभकामनाएं मिल रही हैं। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन समेत कई बड़े वाजपेयी के कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके घर पर मिलने पहुंचे। अटल बिहारी वाजपेयी पिछले काफी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। 

 

 

 

 

आज वाजपेयी जी के जन्मदिन पर उनके चाहने वालों लोगों द्वारा कई जगहों पर कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है। देशभर में अटल बिहारी वाजपेयी के चाहने वाले उनका जन्मदिन मना रहे हैं, वाराणसी, कानपुर समेत कई जगहों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर हवन का आयोजन किया। पीएम ने ट्विटर पर लिखा है कि "प्यारे अटल जी को जन्मदिन पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं, उनके नेतृत्व में भारत का विकास हुआ और पूरी दुनिया में हमारा सम्मान बढ़ा"

 

 

 

सोमवार सुबह राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया है, ‘‘हमारे अत्यंत लोकप्रिय और सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं — राष्ट्रपति कोविन्द.’’

 

 

 

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी अटल जी को ट्वीट किया है, ‘‘भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को आज उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं।’’ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री की लिखी कविता भी साझा की है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री ने लोगों से एकजुट रहने और संकट के समय उम्मीद न त्यागने का आह्वान किया है।

 

 

बीजेपी के ऑफिसियल अकाउंट से भी अटल बिहारी वाजपेयी को एक वीडियो के माध्यम से बधाई दी गई है।

 

 

बता दें कि वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए। वह बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं। 25 दिसम्बर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था। अटलजी देश के वो चुनिंदा राजनेताओं में से हैं, जिनके भाषण सुनने के लिए संसद से लेकर सड़क तक लोग इंतजार करते रहे हैं। हाल ही में यूपी से भाजपा के एक पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने लखनऊ से सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर सूबे में संचालित रैन बसेरों का नाम रखने की मांग की है।

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