स्मार्ट सिटी अभियान को टीवी के जरिए घर-घर पहुंचाने की तैयारी

स्मार्ट सिटी अभियान को टीवी के जरिए घर-घर पहुंचाने की तैयारी

IANS News
Update: 2020-08-14 21:00 GMT
स्मार्ट सिटी अभियान को टीवी के जरिए घर-घर पहुंचाने की तैयारी

नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। भारत सरकार के स्मार्ट सिटी अभियान पर अब एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की गई है। इंडियाज स्मार्ट सिटीज शीर्षक से यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म स्वतंत्रता दिवस पर प्रदर्शित की जाएगी।

केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में प्रति मिनट ग्रामीण क्षेत्र से शहर की ओर 25 से 30 व्यक्ति पलायन करते हैं। ऐसे में विश्व आर्थिक मंच का अनुमान है कि 2050 तक भारत की 70 प्रतिशत आबादी शहरी हो सकती है।

मंत्रालय का मानना है कि देश परिवर्तन के शीर्ष पर बैठा हुआ है, जिसका मुख्य कारण आधुनिक जीवन शैली, प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक शहरी प्रवास वाली आवश्यकता है। एक राष्ट्रीय पहल, जिसका उद्देश्य भारतीय शहरों को बदलना है, उसकी यात्रा पर प्रकाश डालने के लिए नेशनल ज्योग्राफिक ने द नेक्स्ट फ्रंटियर : इंडियाज स्मार्ट सिटीज शीर्षक से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाने की घोषणा की है।

इस डॉक्यूमेंट्री में, चार लाइट्हाउस स्मार्ट शहरों के यात्रा वृत्तांत को, मजबूत राष्ट्र के निर्माण में अभूतपूर्व नवाचार के महत्व को प्रस्तुत किया है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शनिवार को शाम 6 बजे नेशनल ज्योग्राफिक चैनल पर इस फिल्म का प्रीमियर किया जाएगा, यह फिल्म आम आदमी के जीवन में स्मार्ट सिटीज मिशन के प्रभावों को दर्शाती है, साथ ही पूरे देश को गौरवान्वित करने का वादा भी करती है।

44 मिनट की यह फिल्म, चार शहरों (सूरत, विशाखापत्तनम, पुणे और वाराणसी) पर केंद्रित होगी, क्योंकि वे अनुकरणीय पहल प्रस्तुत करते हैं और विभिन्न क्षेत्रों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा, हमें उम्मीद है कि नेशनल ज्योग्राफिक की यह फिल्म, भारत के स्मार्ट सिटीज मिशन के संदर्भ में दुनिया की समझ को और बढ़ाती है। भारत तीव्र गति के साथ शहरीकरण के शीर्ष की ओर बढ़ रहा है और हमारे स्मार्ट शहर, भारत की शहरी यात्रा में नए विचारों और परिवर्तनकारी सोच के अग्रदूत हैं। यह फिल्म उनके काम का एक स्नैपशॉट कैप्चर करती है।

इस फिल्म में एक राष्ट्रीय पहल का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसने चार लाइटहाउस शहरों में लोगों के जीवन को बदला है। बढ़ती हुई आबादी के बावजूद, भारत विकास के इस आदर्श के केंद्र में रहा है।

जीसीबी/एसजीके

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