चुनावी राजनीति से अभी दूर रहेंगी प्रियंका, अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगी साेनिया गांधी

चुनावी राजनीति से अभी दूर रहेंगी प्रियंका, अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगी साेनिया गांधी

Anita Peddulwar
Update: 2017-12-16 13:10 GMT
चुनावी राजनीति से अभी दूर रहेंगी प्रियंका, अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगी साेनिया गांधी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस की कमान संभाल ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर उनकी ताजपोशी के साथ ही यह भी तय हो गया कि सोनिया गांधी अगला लोकसभा चुनाव भी लड़ेंगी और प्रियंका गांधी अभी चुनावी राजनीति से दूर रहेंगी। मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस में दूसरा शक्ति केन्द्र बनने की संभावना नहीं है।
राहुल की ताजपोशी के ऐतिहासिक मौके को खास बनाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों कांग्रेसजन पार्टी मुख्यालय 24, अकबर रोड पहुंचे थे तो प्रियंका गांधी भी अपने भाई राहुल गांधी का हौसला अाफजाई करने के लिए मौजूद रहीं। प्रियंका अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ कार्यक्रम शुरू होने से पहले समारोह स्थल पर पहुंच गई थीं। यहां पहुंचकर उन्होने संजय सिंह जैसे  बड़े नेताआें और अमेठी और रायबरेली से आए पार्टी के कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात की। विशेष बात यह कि प्रियंका पार्टी कार्यकर्त्ताओं के साथ ही बैठकर समारोह की साक्षी बनीं। 
रायबरेली से सोनिया ही लड़ेंगी चुनाव : प्रियंका
इस मौके पर प्रियंका गांधी ने सोनिया गांधी के राजनीति से संन्यास लेने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि श्रीमती गांधी एक मजबूत मां है और रायबरेली से वे खुद ही चुनाव लड़ेंगी। प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद उन अटकलों पर विराम लग गया है जिसमें कहा जा रहा था कि वर्ष 2019 में साेनिया की जगह प्रियंका रायबरेली से मैंदान में उतरेंगी। प्रियंका ने कहा कि उनका चुनाव लड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। मेरी मां ही रायबरेली से चुनाव मैंदान में होंगी। माना जा रहा था कि लोगों में ज्यादा लोकप्रिय प्रियंका के प्रत्यक्ष राजनीति में आने के बाद कांग्रेस में भी राहुल और प्रियंका के रूप में दो शक्ति केन्द्र बन जाएंगे। और एक मां के रूप में सोनिया गांधी ऐसा हाेने देना नहीं चाहतीं। लिहाजा प्रियंका अभी चुनावी राजनीति से दूर रहेंगी। 
प्रियंका ने ही कराई थी कांग्रेस-सपा की दोस्ती 
हालांकि ऐसा नहीं है कि प्रियंका को राजनीति से परहेज है। अमेठी और रायबरेली में की सियासी गतिविधियों में वह खुलकर हिस्सा लेती हैं और मां सोनिया और भाई राहुल की गैरमौजूदगी में उनका काम वही देखती रही हैं। सियासत में प्रियंका की रूचि का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि उत्तरप्रदेश में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की दोस्ती की पटकथा इन्होंने ही लिखी थी। 

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