BHU : पेपर में हलाला और खिलजी पर सवाल, छात्रों ने किया विरोध

BHU : पेपर में हलाला और खिलजी पर सवाल, छात्रों ने किया विरोध

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-10 03:12 GMT
BHU : पेपर में हलाला और खिलजी पर सवाल, छात्रों ने किया विरोध

डिजिटल डेस्क, वाराणसी। देश की सबसे चर्चित और विवादों में रहने वाली बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के एमए प्रथम सेमेस्टर के इतिहास के पेपर में ट्रिपल तलाक, हलाला और अलाउद्दीन खिलजी को लेकर सवाल किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस तरह का पेपर तैयार करने से यूनिवर्सिटी के छात्र काफी नाराज हैं। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परीक्षा में ऐसे सवाल पूछकर उन पर अपनी विचारधारा थोपने की कोशिश कर रहा है। 

वहीं, इस पूरे मामले पर बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव का कहना है कि यदि छात्रों को ऐसी चीजें नहीं पढ़ाई और पूछी नहीं जाएंगी तो उन्हें इसकी जानकारी कैसे होगी। ऐसे सवाल मध्यकालीन इतिहास में खुद अपनी जगह बना रहे हैं। बता दें कि एमए में इतिहास के पेपर में प्रश्न कुछ इस प्रकार के थे। 

 

क्या सवाल पूछे पेपर में ?


जिल्ले अल्लाह क्या है?

इस्लाम में हलाला क्या है?

शर्फ कायिनी कौन था?

स्वयं को सिकंदर-ए-सानी कौन कहता था?

अलाउद्दीन खिलजी द्वारा नियत की गई गेहूं की क्या कीमत थी?

इस्लाम में तीन तलाक एवं हलाला एक सामाजिक बुराई है, इसकी व्याख्या कीजिए।

 
 
छात्रों ने यह भी कहा कि ऐसी बातें जो जो परीक्षा में पूछी गईं हैं, इस प्रकार की चीजें पहले पढ़ाई जानी चाहिए। प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने कहा, "अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जेएनयू भी तो बाल विवाह और सती प्रथा पर क्यों सवाल पूछते हैं? इस्लाम में भी कई बुराईयां हैं जिसे अवश्य उठाना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "जब हम इस्लाम के विषय में पढ़ाते हैं, तो हमें इन चीजों को पढ़ाना ही पड़ेगा। संजय लीला भंसाली जैसे लोग छात्रों को इतिहास नहीं पढ़ा सकते हैं।" बता दें कि इससे दो दिन पहले भी एमए राजनीति विज्ञान की परीक्षा में जीएसटी, कौटिल्य अर्थशास्त्र, मनु को वैश्वीकरण से जोड़ते हुए प्रश्न पूछा गया था। राजनीति विज्ञान के दो प्रश्न कुछ इस प्रकार के थे। 


ये सवाल भी पूछे
मनु वैश्वीकरण के प्रथम भारतीय चिंतक हैं विवेचना कीजिए।

कौटिल्य अर्थशास्त्र में जीएसटी की प्रकृति पर एक निबंध लिखिए।

गौरतलब है कि बीएचयू जैसी यूनिवर्सिटी के इतिहास के एमए इतिहास और राजनीति विज्ञान का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं। वहीं बीएचयू प्रशासन अपना बचाव करते हुए दिख रहा है। हाल ही में छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के बाद बीएचयू कैंपस कई दिनों तक तनावपूर्ण रहा था और इसे लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। 

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