#TopStory : रविवार सुबह 10 बजे होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार

#TopStory : रविवार सुबह 10 बजे होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-31 17:31 GMT
#TopStory : रविवार सुबह 10 बजे होगा मोदी कैबिनेट का विस्तार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 3 सितंबर यानी रविवार को मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा। इस कवायद से पहले मंत्रियों के इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि नॉन परफॉर्मर्स को टीम मोदी से बाहर होने के संकेत मिल चुके हैं। केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, महेंद्र नाथ पांडे और फग्गन सिंह कुलस्ते ने अमित शाह से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री को इस्तीफा सौंप दिया है। अपनी सेहत की वजह से उमा भारती पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुकी हैं, वहीं लगातार रेल हादसों के बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी मंत्रालय छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं।

इसके अलावा मध्यम और लघु इकाई मिनिस्टर कलराज मिश्रा, जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धान के राज्य मंत्री संजीव बालियान, वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, एमएसएमई स्टेट मिनिस्टर गिरिराज सिंह से भी इस्तीफा लिया जा रहा है। खबर है कि कुल 8 मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं।

प्रहलाद पटेल और राकेश सिंह को मौका

फग्गन सिंह कुलस्ते के मंत्रिमंडल से हटने के बाद मध्य प्रदेश से दूसरे सांसदों को मौका मिल सकता है। हाल ही में मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे अनिल माधव दवे के निधन से भी प्रदेश का कोटा रिक्त है। माना जा रहा है कि दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल और जबलपुर से सांसद राकेश सिंह को टीम मोदी में जगह मिल सकती है। प्रहलाद पटेल अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी राज्य मंत्री रह चुके हैं। 

मोदी कैबिनेट का तीसरा विस्तार

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कैबिनेट का ये तीसरा विस्तार होगा। पिछला विस्तार जुलाई 2016 में हुआ था। तब उन्होंने 19 नए चेहरों को अपनी टीम में शामिल किया था।

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अमित शाह के घर पहुंचे 8 मंत्री
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के घर पर 8 केंद्रीय मंत्रियों की हाजिरी लगी थी। इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल थे। केंद्र में कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी के इस्तीफे के पीछे उनका खराब परफॉर्मेंस बड़ा कारण माना जा रहा है। परफॉर्मेंस और मिशन 2019 दोनों के लिहाज से बने पैमाने पर रुडी खरे नहीं उतर रहे थे। यही वजह है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इन्हें बाहर करने का प्रस्ताव मोदी के सामने रखा, जिसे पीएम ने मान लिया। 

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रूडी के खिलाफ थी शिकायत
मंत्री बनने के बाद रूडी के खिलाफ एक शिकायत हुई, जिसमें कहा गया कि उन्होंने अपनी चहेती कंपनी आइएलएंडएफएस को स्किल डेवलपमेंट स्कीम के संचालन के लिए पार्टनर बनाया। इस कंपनी के खिलाफ पहले से शिकायतें रहीं। मानकों पर भी कंपनी खरी नहीं उतर रही थी। रिन्वूयल का भी पचड़ा फंसा था। बावजूद इसके इस कंपनी से मंत्रालय ने पार्टनरशिप की। सूत्रों के अनुसार रूडी को संगठन का काम सौंपा जा सकता है।

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इस्तीफे की पेशकश करने वाली दूसरी मंत्री उमा भारती हैं। जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धान की जिम्मेदारी संभालने वाली उमा भारती ने स्वास्थ्यगत कारणों से इस्तीफा देने की पेशकश की है। समझा जाता है कि अमित शाह ने बीजेपी के संगठन मंत्री रामलाल के जरिए मंत्रियों से इस्तीफे मांगे। कलराज मिश्रा को बिहार का राज्यपाल बनाकर उनकी नाराजगी को दूर किया जा सकता है। कुल आठ मंत्रियों को हटाकर नए चेहरे शामिल किए जाने हैं। फिलहाल छह से इस्तीफा लिया गया है। मोदी के कैबिनेट फेरबदल में JD (U) और एआइडीएमके के चेहरों को भी जगह मिल सकती है।

बेहतर परफॉर्मेंस पर दांव
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट में फेरबदल 2 या 3 सितंबर को हो सकता है। क्योंकि रामनाथ कोविंद तब तक विदेश दौरे से लौट आएंगे और तीन से पांच सितंबर तक नरेंद्र मोदी ब्रिक्स के सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन में रहेंगे। मोदी और शाह अच्छा परिणाम देने वाले मंत्रियों पर दांव खेल सकते हैं ताकि सरकार के बचे दो साल में ज्यादा से ज्यादा काम को अंजाम दिया जा सके। सूत्रों के मुताबिक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को बड़ी भूमिका दी जा सकती है।

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जेटली समेत कई मंत्रियों पर काम का दबाव
फिलहाल अरुण जेटली वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का भी जिम्मा संभाल रहे हैं। जेटली ने गुरुवार को कहा कि उन्हें बहुत ज्यादा दिन तक वित्त और रक्षा दोनों मंत्रालय संभाले रखने की उम्मीद नहीं है। पिछले महीने वेंकैया नायडू केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर उपराष्ट्रपति चुने गए। उनके शहरी आवास मंत्रालय को एक वरिष्ठ मंत्री की दरकार है। नायडू के शहरी विकास और आवास तथा गरीबी उन्मूलन मंत्रालय को ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपा गया है, जबकि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को मिला है। तोमर और ईरानी के साथ-साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली और विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री हर्षवर्धन भी अतिरिक्त विभागों के प्रभार संभाल रहे हैं।

इन्हें मिल सकता है मंत्री बनने का मौका
बिहार में नीतीश से हाथ मिलाने के बाद अब मोदी केबिनेट में JD (U) के चेहरे शामिल हो सकते हैं। इसमें केसी त्यागी, आरसीपी सिंह व संजय कुशवाहा व एआइडीएमके कोटे से एम थंबीदुरई और वी मैत्रेयन मंत्री बन सकते हैं। एआईएडीएमके बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन सकती है और उसे केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक कैबिनेट मंत्री सहित तीन सीटें ऑफर की जा सकती हैं। 

JD (U) ने भी एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। उसे दो सीटें दी जा सकती हैं। चूंकि ये दोनों मंत्री बिहार के होंगे, इसलिए इस राज्य के दूसरे मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस समय राज्यपाल के छह पद खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए उम्रदराज हो चुके मंत्रियों को आगे किया जा सकता है।

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