2019 में नहीं दिखेगा 'यूपी के लड़कों' का दम, अखिलेश का गठबंधन से 'इनकार'

2019 में नहीं दिखेगा 'यूपी के लड़कों' का दम, अखिलेश का गठबंधन से 'इनकार'

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-10 08:42 GMT
2019 में नहीं दिखेगा 'यूपी के लड़कों' का दम, अखिलेश का गठबंधन से 'इनकार'

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने अकेले ही मैदान में उतरने का मन बना लिया है। समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक इंटरव्यू में साफ कर दिया कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन सिर्फ विधानसभा चुनावों तक ही था और 2019 में कोई चुनावी गठबंधन नहीं किया जाएगा। हालांकि अखिलेश ने ये भी कहा कि कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी से उनकी दोस्ती अच्छी है। बता दें कि कांग्रेस और सपा ने यूपी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन इस गठबंधन को सिर्फ 54 सीटें ही मिल पाई थी।

अभी पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान

समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू में कहा कि "2019 का चुनाव काफी अहम है, क्योंकि यूपी से ही पूरे देश में संदेश जाएगा। 2019 को लेकर अभी मैं किसी भी चुनावी गटबंधन के बारे में नहीं सोच रहा हूं क्योंकि गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर काफी वक्त बर्बाद होता है।" अखिलेश ने आगे कहा कि "अभी मैं किसी भी तरह भ्रम में नहीं रहना चाहता और मेरा पूरा ध्यान पार्टी को मजबूत करने पर है।"



समान विचारधारा वालों से दोस्ती को तैयार

उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि "समान विचारधारा वाली पार्टियों के लिए "दोस्ती" के दरवाजे खुले हैं। अगर समान विचारधारा वाली पार्टी गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाती है, तो मैं कर सकता हूं।" अखिलेश ने कहा कि "इस समय मेरा पूरा ध्यान पार्टी पर है। 2019 में अभी समय है और हम पूरी मजबूती के साथ 2019 में उतरेंगे।" अखिलेश ने ये भी कहा कि राहुल गांधी से उनकी दोस्ती भी बरकरार रहेगी, लेकिन 2019 के लिए किसी चुनावी गठबंधन के बारे में नहीं सोचा है।

बीजेपी ने लोगों को बेवकूफ बनाया

अखिलेश ने कहा कि "2019 के लोकसभा चुनावों में हम पूरी मजबूती के साथ उतरेंगे। हम न सिर्फ यूपी में बल्कि मध्य प्रदेश, झारखंड और छ्त्तीसगढ़ में भी उतरेंगे। उत्तराखंड और राजस्थान में भी हम काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि "बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में लोगों को बेवकूफ बना लिया, लेकिन अब यूपी की जनता हमारी सरकार को याद कर रही है।"

यूपी में फेल हुआ था सपा-कांग्रेस गठबंधन

पिछले साल मार्च में उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव हुए। इन चुनावों में अखिलेश यादव और राहुल गांधी साथ आए और सपा-कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा। चुनावों से पहले अखिलेश-राहुल ने अपनी जीत की बात भी कही, लेकिन नतीजों के बाद सपा-कांग्रेस गठबंधन बुरी तरह फेल हो गया। 2017 के विधानसभा चुनावों में सपा के खाते में जहां 47 सीटें आई, वहीं कांग्रेस सिर्फ 7 सीटों पर ही जीत सकी। हार के बाद सपा नेताओं ने भी इस गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। बता दें कि विधानसभा चुनावों में एनडीए ने 403 में से 325 सीटें जीती थी। 

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