SSC पेपर लीक: परीक्षा में धांधली, आंदोलनकारी छात्रों से मिले अन्ना हजारे

SSC पेपर लीक: परीक्षा में धांधली, आंदोलनकारी छात्रों से मिले अन्ना हजारे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-04 06:10 GMT
SSC पेपर लीक: परीक्षा में धांधली, आंदोलनकारी छात्रों से मिले अन्ना हजारे

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। राजधानी के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) दफ्तर के बाहर पेपर लीक मामले को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। एक हफ्ते से जारी उनके इस प्रदर्शन को अन्ना हजारे का साथ भी मिल गया है। रविवार को अन्ना हजारे सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे और विरोध प्रदर्शन में शामिल एसएससी छात्रों से मुलाकात की। बता दें कि छात्रों की मांग की है कि अनियमितता के आरोप लगने के कारण संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा की सीबीआई जांच कराई जाए। 


छात्रों ने SSC अध्यक्ष से मुलाकात की

 

बिहार से आए अभ्यर्थी रोहित कुमार ने बताया, ""परीक्षा में अनियमितताएं स्पष्ट थीं क्योंकि गणित के प्रश्न-पत्र की उत्तर कुंजी 21 फरवरी को परीक्षा के दौरान ही सोशल मीडिया पर नजर आने लगी। पिछले 7 दिन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने एसएससी के अध्यक्ष से मुलाकात की है, लेकिन विरोध प्रदर्शन खत्म करने के लिए कोई समाधान नहीं तलाशा जा सका है।

 

 


 

5 मार्च को होगा बड़ा आंदोलन

केंद्रीय एसएससी सीजीएल 2 परीक्षा के विरोध में छात्र राजेन्द्र नगर रेलवे ट्रैक पर पहुंचे। इस परीक्षा का विरोध देश भर में हो रहा है। छात्रों की ओर से 17 और 22 फरवरी को हुई परीक्षा में पेपर लीक होने का विरोध कर परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं। आज छात्र जन अधिकार परिषद भी इन छात्रों के समर्थन में आ गए हैं। पूरे देश मे 5 मार्च को बड़ा आंदोलन करेंगे।


बता दें कि दिल्ली के लोधी रोड स्‍थ‍ित स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के दफ्तर के बाहर SSC की एक दवाई, CBI, CBI .. SSC मतलब स्पेशल स्कैम कमीशन.. ये आवाज गूंज रही है। ये छात्र इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। 

 

 

 


क्या है छात्रों का आरोप?

एक छात्र ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग ने 17 से 22 फरवरी 2018 को सीजीएल टियर 2 की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित कराई थी। इस एंट्रेंस एग्जाम में जो प्रश्न पत्र हमें मिला था, वो सोशल मीडिया पर शेयर हो चुका था। जिस एग्जाम में आप बाहर से एक कलम तक नहीं ले जा सकते हैं, जहां लड़कियों को कान की बाली तक उतार देनी होती है, वहां एग्जाम दे रहे एक स्टूडेंट के कंप्यूटर का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है।

 

छात्रों का विरोध कमजोर करने की कोशिश


बता दें कि पूरे देश के लगभग एक लाख 89 हजार परीक्षार्थियों ने 9,372 पदों के लिए इस परीक्षा में हिस्सा लिया था। इस परीक्षा में वही कैंडिडेट शामिल हुए थे, जो अगस्त 2017 में टियर 1 की परीक्षा में शामिल हुए थे। टियर 2 की ये परीक्षा पहले 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से यह परीक्षा टलती चली गई और जब हुई, तो प्रश्न पत्र ही लीक हो गया। एसएससी के मुताबिक, अगर कोई गड़बड़ी हुई है, तो खुद छात्र साबित करें। इसके बाद मामले में जांच कराने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनेल एंड ट्रेनिंग से सलाह ली जा रही है। छात्रों का आरोप है कि सरकार उनकी आवाज दबाना चाहती है। मेट्रो स्टेशन इसलिए बंद किया गया है, ताकि छात्रों को यहां आने से रोका जा सके, जिससे उनका विरोध कमजोर पड़ जाए।

Similar News