डॉक्टर रेप केस : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई, सीएम केसीआर ने दिए आदेश

डॉक्टर रेप केस : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई, सीएम केसीआर ने दिए आदेश

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-01 14:02 GMT
डॉक्टर रेप केस : फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई, सीएम केसीआर ने दिए आदेश

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। चुप्पी के कारण आलोचना झेल रहे तेलंगाना के सीएम ने वैटेनरी डॉक्टर के गैंगरेप मामले की शीघ्रता से जांच करने के आदेश दिए हैं। सीएम ने रविवार को कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने का भी फैसला लिया गया है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद से लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है।

 

 

चारों आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग करने वाले सैकड़ों लोगों ने रविवार को पीड़ित परिवार की कॉलोनी में प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की। इस दौरान कई नेता पीड़िता के परिवार को दिलासा देने के लिए मिलने पहुंचे, लेकिन कॉलोनी के लोगों ने मेन गेट को बंद कर दिया। लोगों के हाथों में तख्तियां थी जिस पर लिखा था- नो मीडिया, नो पुलिस, नो आउटसाइडर्स, नो सिमपैथी, ओनली एक्शन, जस्टिस।

लोग इस बात से भी नाराज़ थे कि वहां के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अभी तक इतनी बड़ी घटना पर क्यों नहीं कुछ कहा है? कॉलोनी की एक महिला ने कहा, "पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा है और उन्होंने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। मंत्रियों को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए।"

उधर, आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर तेलंगाना के खम्‍मम में एक छात्र बिल्डिंग की छत पर चढ़ गया। छात्र ने धमकी दी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वह छत से कूदकर आत्‍महत्‍या कर लेगा। लंबे समय तक चले इस ड्रामे के दौरान बिल्डिंग के नीचे लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह समझा-बुझाकर छात्र को छत से नीचे उतारा। इसके बाद उसकी काउंसिलिंग करके उसे उसके अभिभावकों को सौंप दिया।

 

 

बता दें कि चार आरोपियों ने शराब के नशे में इस पूरी वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया था। आरोपियों ने प्लान के तहत वैटिनरी डॉक्टर की स्कूटर का टायर पंचर किया था। इसके बाद आरोपियों ने महिला के साथ गैंगरेप किया और हत्या के बाद शव को जलाकर फ्लाइओवर से नीचे फेंक दिया।

पड़िता की मां ने आरोपियों को बीच सड़क पर जिंदा जलाने की मांग की है। परिवार के सदस्यों का मानना ​​है कि साइबराबाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती तो घटना को टाला जा सकता था। फिलहाल चारों आरोपी 14 दिन की पुलिस रिमांड पर है। एफआईआर दर्ज करने में देरी करने पर तीन पुलिसकर्मयिों को सस्पेंड कर दिया गया है।

Tags:    

Similar News