गया शहर से अरेस्ट किए गए IS के 3 संदिग्ध आतंकी, पूछताछ जारी

गया शहर से अरेस्ट किए गए IS के 3 संदिग्ध आतंकी, पूछताछ जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-10 19:04 GMT
गया शहर से अरेस्ट किए गए IS के 3 संदिग्ध आतंकी, पूछताछ जारी

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के गया शहर से  पुलिस व टेक्निकल सेल की टीम ने तीन संदिग्ध आईएस आतंकियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आईबी की सूचना के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों ने ये कार्रवाई की और तीन संदिग्ध अनवर हुसैन उर्फ मुन्ना मिस्त्री, मो समी और मो. शाद  को धर दबोचा। मुन्ना श्रीनगर स्थित आतंकी संगठन के इशारे पर काम कर रहा था। युवकों से एनआईए और टेक्निकल सेल के अधिकारी अलग-अलग जगहों पर पूछताछ कर रहे हैं। बताया जा रहा  है कि तीनों में से एक के पास से सुरक्षाबलों को हथियार भी मिले हैं।


दरअसल पुलिस व टेक्निकल सेल की टीम को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी से इनपुट मिला था। इसके बाद शहर के बिसार तालाब रोड स्थित बैट्री दुकान से आइएस के संदिग्ध आतंकी अनवर हुसैन उर्फ मुन्ना मिस्त्री को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मुन्ना की निशानदेही पर दोपहर में मो समी और मो. शाद को पुलिस ने उठाया। समी के घर से एक पिस्टल भी बरामद हुई है। तीनों युवक शहर के मारुफगंज मोहल्ले के रहने वाले हैं। मुन्ना श्रीनगर स्थित आतंकी संगठन के इशारे पर काम कर रहा था।


शहर के बिसार तालाब रोड में आईएमए हॉल के पास बैट्री दुकान चलाने वाले मुन्ना के पिता मो. साबिर मिस्त्री ने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे उनकी दुकान खोलने के कुछ देर बाद मुन्ना भी दुकान पर पहुंचा था। करीब साढ़े आठ बजे स्कार्पियो से आये चार लोग उनकी दुकान पर आये। इन लोगों ने मुन्ना से पूछा कि उसका मोबाइल कहां है ? इसके बाद मुन्ना को उसके मोबाइल फोन के साथ गाड़ी में बिठा लिया और चले गए। 

 
एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि कई दिनों से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां मुन्ना की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। मुन्ना के खिलाफ कुछ पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।  हालांकि इन तीनों का  बोधगया बम प्लांट कांड या आतंकी तौसीफ से कोई संबंध है या नहीं इसका अभी पता नहीं चल पाया है। ये किसी दूसरी जगह बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे। सूत्र बताते हैं कि इनमें एक विदेश जाने की तैयारी में था। चूंकि मो. सम्मी का वीजा नहीं आया था, इसलिए वह इंतजार कर रहा था। वह मारूफगंज में ही रह रहा था। सुरक्षा एजेंसी इनके संपर्कों की पड़ताल कर रही है कि उनके कनेक्शन कहां से थे। कयास लगाया जा रहा है कि किसी आतंकी संगठन के लिए ये स्लीपर सेल के रूप में भी काम कर सकते हैं, हालांकि यह पूछताछ और छानबीन के बाद ही स्पष्ट होगा। बहरहाल, सुरक्षा एजेंसियों को भी इसकी सूचना दी जा चुकी है।

Similar News