अब आधार के लिए फेस ऑथेंटिकेशन की भी सुविधा

अब आधार के लिए फेस ऑथेंटिकेशन की भी सुविधा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-15 11:41 GMT
अब आधार के लिए फेस ऑथेंटिकेशन की भी सुविधा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आधार डाटा को सुरक्ष‍ित बनाए रखने के लिए यूआईडीएआई लगातार नए-नए कदम उठा रही है। अब (यूआईडीएआई) भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने आधार सत्यापन के लिए चेहरे की पहचान को भी शामिल करने की अनुमति दे दी है। नया फीचर 1 जुलाई से लागू हो जाएगा। अभी तक आधार सत्यापन के लिए उंगुलियों के निशान और आंखों की पुतलियों का इस्तेमाल किया जाता है।

बता दें कि इस नई सुविधा से उन लोगों को मदद मिलेगी जिनके आधार सत्यापन में उंगुलियों के निशान और आंखों की पुतलियों से दिक्कत आती है। यूआईडीएआई ने बताया है कि "यह सुविधा उन लोगों के समेकित सत्यापन में मदद करेगी जिनके बोयोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन में फिंगरप्रिंट की दिक्कतों, बुढ़ापे या कठिन कार्य करते रहने की वजह से समस्या आती है।"

इस फीचर को एक्ट‍िव करने के लिए आपको एनरोलमेंट सेंटर नहीं जाना होगा। अथॉरिटी अपने डाटाबेस से आपका फेस फोटो लेकर एक्‍टिवेट करेगा। उसके बाद आप जब  चाहें तब इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। यूआईडीएआई का कहना है कि इस सुविधा की बदौलत न सिर्फ आम लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्क‍ि इससे आधार डाटा की सुरक्षा भी कई गुना बढ़ेगी।

कुछ दिनों पहले कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने भरोसा दिलाया था कि आधार सिस्टम में स्टोर फिंगरप्रिंट और आइरिश डेटा पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा था, "(आधार) सिस्टम में मेरी उंगलियों के निशान और आंखों की पुतलियों के रिकॉर्ड सुरक्षित तरीके से रखे हैं। करोड़ों कोशिशों के बावजूद इनकी सुरक्षा में सेंध नहीं लगाया जा सकता। यह एक भारतीय तकनीक है।"

उल्लेखनीय है कि यूआईडीएआई ने आधार की सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं दूर करने के लिए हाल ही में 16 अंकों का "वर्चुअल आईडी " लाने का ऐलान किया। वर्चुअल आईडी को वेबसाइट से जेनरेट कर सिम वेरिफिकेशन से लेकर विभिन्न जरूरतों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।


 

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