दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, बारिश से बेहाल आधा देश

दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, बारिश से बेहाल आधा देश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-30 09:30 GMT
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, बारिश से बेहाल आधा देश
हाईलाइट
  • दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से करीब आधा मीटर ऊपर बह रही है।
  • रविवार शाम 6 बजे यमुना का लेवल 205.51 मीटर तक पहुंच गया था
  • जबकि खतरे का निशान 204.83 मीटर है।
  • हथिनी कुंड से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ने का असर सोमवार को दिखाई दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा के हथिनी कुंड से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से करीब आधा मीटर ऊपर बह रही है। युमना का जलस्तर बढ़ने दिल्ली और आस-पास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बढ़ते जलस्तर को देखकर दिल्ली प्रशासन ने रविवार को ओल्ड यमुना ब्रिज को भी बंद कर दिया है। जब तक पानी का लेवल कम नहीं होगा अब तक ब्रिज को खोला नहीं जाएगा। इससे पहले पहले पुल पर यातायात रोकने के कारण 27 पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दिया गया था और 7 ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा था।  

 

 

हथिनी कुंड से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ने का असर सोमवार को दिखाई दिया। प्रशासन ने रविवार को ही एहतियात के तौर पर यमुना के किनारे बसे उस्मानपुर, पुश्ते के आसपास रहने वाले लोगों को खाली करा दिया था। काफी लोग अभी भी यमुना के किनारे बसे हुए हैं। प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को हटाने के लिए चेतावनी जारी की जा रही है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए गोताखोरों और बोटों को तैनात कर दिया गया है। यमुना के किनारे बसे लोगों को बाहर निकालकर टेंटों में ले जाया जा रहा है।

 

 

रविवार शाम 6 बजे यमुना का लेवल 205.51 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि खतरे का निशान 204.83 मीटर है। रविवार की तरह सोमवार को भी लगातार हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी रहा। इससे पहले शनिवार को बैराज से सुबह 253739 क्यूसेक, फिर 241656 क्यूसेक, दोपहर में 118441क्यूसेक, शाम को 110298 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। बाढ़ के पानी को निकालने के लिए वजीराबाद, आईटीओ और ओखला बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। 

 

 

हिमाचल में बारिश से 120 करोड़ का नुकसान 
हिमाचल प्रदेश में बीते दिन में हुई झमाझम बारिश से जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। निरमंड के जाओ में चलती कार पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से युवा डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई। शिमला के सुन्नी के जलोग गांव के डॉक्टर रोहित (28) जाओ से रामपुर की ओर जा रहे थे। इस दौरान सीधे उनकी कार पर बड़ी चट्टान गिरी और उनकी मौत हो गई। रोहित जाओ अस्पताल में सेवारत थे। पूरे प्रदेश में कई जगह भूस्खलन से गाड़ियों और घरों को नुकसान हुआ है। शिमला के कुमारसैन में पांच मंजिला निर्माणाधीन भवन गिर गया। खराब मौसम ने तीन दिन में सात लोगों की जान ले ली है। कोटरोपी भूस्खलन से मंडी-पठानकोट हाईवे भी बाधित हो चुका है। अगर हिमाचल में नुकसान की बात की जाए तो अकेले जुलाई महीने में बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। बीते सप्ताह तक सरकार को मिली रिपोर्ट में 120 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था। सबसे ज्यादा 112 करोड़ का नुकसान सड़कों को पहुंचा है।

 


उत्तराखंड मे जारी बारिश का कहर
उत्तराखंड राज्य के ज्यादातर शहर में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून जिले के पर्वतीय इलाकों में 33 सड़कें बंद हैं। इससे दूर-दराज के इलाके मुख्यालय से कट चुके हैं। उत्तराखंड में 115 से ज्यादा संपर्क मार्ग भूस्खलन होने से बाधित हो गए। चार धाम मार्गों पर मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। शनिवार को बंद गंगोत्री हाईवे पर दोपहर बाद यातायात बहाल कर दिया गया, जबकि डाबरकोट के बाद यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं खुल पाया है। यहां पर हाईवे 21 जुलाई से बंद है। देहरादून जिले में यमुना की सहायक नदी टौंस उफान पर है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। काली, गोरी, सरयू और शारदा नदी भी खतरे के निशान से ऊपर है।  

 

 

बारिश से बेहाल बिहार 
भारी के बारिश के कारण बिहार के ज्यादा क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है। बारिश को लेकर प्रशासन ने नदी किनारे के सभी गांवों में अलर्ट जारी किया है। बिहार की राजधानी पटना के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। बीते दिन बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में बाढ़ का पानी घुस आया है। बारिश के कारण एक सड़क धस जाने से आवागमन रोक दिया गया। इसके साथ सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई है। बारिश के चलते पटना-मुगलसराय रेलखंड के बक्सर-चौसा रेलवे स्टेशन के बीच रविवार की शाम बड़का नुआव गांव में भूस्खलन हो जाने के कारण रेल की पटरी धंस गयी। इसके बाद अप लाइन में ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया। 

 

 

 

बारिश से बदहाल देश के हालात

  • पश्चिम बंगाल में बारिश एवं बाढ़ से कुल 1.61 लाख लोग प्रभावित हैं. राज्य में एनडीआरएफ की आठ टीम तैनात की गयी हैं।
  • केरल में 1.43 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. भारी बारिश के कारण राज्य में 125 लोगों की मौत हुई है, जबकि नौ लोग लापता हैं।
  • एनईआरसी के अनुसार असम में 10.17 लाख लोग बारिश एवं बाढ़ से त्रस्त हैं, जिनमें से 2.17 लाख लोग राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं।   
  • इस बार मानसून आने के बाद से जारी बारिश से 6 राज्यों में आई बाढ़ और वर्षा जनित घटनाओं में अब तक कम से कम 537 लोगों की मौत हो चुकी है। 
  • गुजरात में बाढ़ एवं बारिश से प्रभावित 15,912 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य में एनडीआरएफ की 11 टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है।   
  • महाराष्ट्र के 26, पश्चिम बंगाल में 22, असम में 21, केरल में 14 और गुजरात में 10 जिले प्रभावित हैं. उत्तर प्रदेश का भी बड़ा हिस्सा बाढ़ एवं बारिश से प्रभावित है।     
  • पिछले दो दिन से हो रही जोरदार बारिश ने हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कुल्लू, किन्नौर, कांगड़ा और शिमला में जोरदार बारिश हो रही है, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में दो तीर्थयात्री अचानक आई बाढ़ में बह गए. एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। 
  • भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र में कुल 117 लोग घायल हुए हैं। उत्तर प्रदेश में बारिश जनित घटनाओं में 70 लोगों की मौत हुई है जबकि 68 लोग घायल हुए हैं। उत्तर प्रदेश में एनडीआरएफ की सात टीम तैनात की गयी है।
  • गृह मंत्रालय के नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (एनईआरसी) के अनुसार बाढ़ एवं बारिश के चलते महाराष्ट्र में 139, केरल में 126, पश्चिम बंगाल में 116, गुजरात में 52 और असम में 34 लोगों की मौत हुई है।
  • दिल्ली के सटे ग़ाज़ियाबाद में पिछले तीन दिनों की बारिश में काफ़ी जानमाल का नुक़सान हुआ है। कई मकान ढहे और कई जगह दीवारें गिर गई हैं। इनमें से कई मकान पुराने थे जबकि कई निर्माणाधीन। 
  • यहां के वसुंधरा इलाके में दो सोसायटियों के बीच एक सड़क टूट गई जिससे कई लोगों को बारिश में रात सड़क पर गुजारनी पड़ी।
  • गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी में एक पांच मंज़िला मकान गिर गया। इस सब के बाद अब ग़ाज़ियाबाद प्रशासन हरकत में आया है. कल ज़िले के 221 मकानों को सील करने का आदेश जारी किया गया. खोड़ा कॉलोनी के 73 मकान सील किए गए हैं। 
  • बारिश की वजह से कई जगह भू-स्खलन और पेड़ गिरने की भी ख़बरें हैं। राज्य सरकार ने राजधानी शिमला समेत पूरे राज्य में प्रशासन को अलर्ट पर रखा हुआ है। 
  • उत्तराखंड के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के बाद राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग से सतर्क रहने के लिए कहा है।  मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में और ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है। 

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