भीमराव आंबेडकर जयंती पर पूरे एक महीने उत्सव मनाएगी योगी सरकार
भीमराव आंबेडकर जयंती पर पूरे एक महीने उत्सव मनाएगी योगी सरकार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। आधिकारिक रिकॉर्ड में बी आर अम्बेडकर के नाम को बदलने के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 14 अप्रैल से आंबेडकर जयंती के अवसर पर पूरे प्रदेश में एक माह का जश्न मनाने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली इस सरकार ने पूरे राज्य भर में अम्बेकर जयंती से संबंधित कार्यक्रम कराने की रूपरेखा तैयार कर ली है। रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार केंद्र और राज्य अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए अवसर का उपयोग करने की योजना बना रही है। बता दें सरकार ने यह योजना AMID और SC-ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम के कथित कमजोर पड़ने के बाद बनाई है। योगी सरकार मुख्य रूप से SC-ST वर्ग के लोगों पर फोकस है।
BJP भी कराएगी कार्यक्रमों का आयोजन
प्रिंसिपल सेक्रेटरी (सूचना) अवनीश अवस्थी ने कहा, "14 अप्रैल को आयोजित कराए जाने वाले कार्यक्रमों के विवरण अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों को एक महीने तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया गया है।" सरकार की तरफ से यह कार्यक्रम उस वक्त किया जा रहा है, जब विपक्ष अंबेडकर जी के नाम के आगे ”रामजी” जोड़ने का विरोध कर रहा है। बता दें BJP भी अम्बेकर जयंती के अवसर पर इसी तरह की योजना बना रही है। BJP प्रवक्ता हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि, "हमारे कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता 14 अप्रैल से 5 मई तक ग्रामीण क्षेत्रों की यात्रा करेंगे और कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।"
आंबेडकर की तस्वीरों पर लिखा है पूरा नाम
हालांकि, लखनऊ में अम्बेडकर की मूर्तियों की मरम्मत और नवीनीकरण पहले ही शुरू हो चुका है। इसके अलावा सरकारी अधिकारियों ने अंबेडकर जी की तस्वीर पर उनका पूरा नाम लिखना भी शुरू कर दिया है। SP (समाजवादी पार्टी) ने भी 14 अप्रैल को मनाने के लिए समारोह आयोजित करने की योजना बनाई है। SP के पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, "अंबेडकर ने हमें संविधान दिया है, हम उस दिन उनको श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। पार्टी मुख्यालय में एक समारोहका आयोजन किया जाएगा, जिसमें हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अंबेडकर की मूर्ति पर श्रद्धांजलि करेंगे। जिलों की इकाइयों को पहले से ही अपने संबंधित क्षेत्रों में इस दिन कार्यक्रम आयोजित करने के लिए चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है।"