झारखंड सियासत: झारखंड विधानसभा में फ्लोर टेस्ट आज, क्या चंपई सोरेन कर पाएंगे बहुमत साबित? जानिए राज्य के ताजा सियासी हाल

  • झारखंड सियासत में हलचल तेज
  • झारखंड विधानसभा में आज होगा फ्लोर टेस्ट
  • क्या चंपई सोरेन कर पाएंगे बहुमत साबित?

Dablu Kumar
Update: 2024-02-04 19:04 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। झारखंड में सियासी हलचल तेज है। सोमवार को झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। रविवार को हैदराबाद गए सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के साथ सहयोगी दल के विधायक हैदराबाद से वापस रांची लौट आए हैं। सोमवार को झारखंड विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों को 10 बजें विधानसभा लाया जाएगा। जहां नई सरकार को बहुमत साबित करना होगा। इसके लिए विधानसभा में वोटिंग होगी। फ्लोर टेस्ट के बाद ही विधायकों छोड़ा जाएगा। बता दें कि, 31 जनवरी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार होने से पहले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

इसके बाद 31 जनवरी की रात को ही चंपई सोरेन राज्यपाल से मिलकर झारखंड में सरकार बनाने का दावा पेश करते हैं। राज्यपाल ने पहले मामले में देरी की। लेकिन, 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया। इस दौरान उनके साथ दो अन्य मंत्रियों ने भी शपथ लिया। चंपई सोरेन ने राजपाल को सरकार बनाने के लिए 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था। राजपाल से पहले चंपई सोरेन को हरी झंडी नहीं मिल रही थी। इसके बाद चंपई ने राजभवन में विधायकों की परेड कराई। फिर चंपई ने मुख्यमंत्री के रूप शपथ लिया।

झारखंड की महागठबंधन ने प्रतिद्वंदी दलों से विधायकों का संपर्क को रोकने के लिए चंपई ने 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' का रास्ता अपनाया और विधायकों को हैदराबाद भेजने का फैसला किया। झारखंड में इस वक्त 81 विधानसभा सीट हैं। एक सीट खाली है। ऐसे में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है। सत्तारूढ़ गठबंधन दावा कर रही है कि उनके पास मौजूदा समय में 46 विधायकों का समर्थन है।

झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), भारत कम्युनिस्ट पार्टी (एमएल) एक साथ हैं। इन सभी दलों के पास कुल 46 विधायक हैं। इनमें जेएमएम के 28, कांग्रेस के 16 और राजद और सीएमआई (एमएल) के पास एक-एक विधायक हैं।

वहीं, राज्य में विपक्षी दल बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास कुल 29 विधायक हैं। ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर कुछ बड़ा उलटफेर नहीं होता है तो झारखंड में आसानी से जेएमएम की सरकार बन जाएगी। 

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