22 साल बाद रीवा नगर निगम वापस कांग्रेस की झोली में, कांग्रेस प्रत्याशी अजय मिश्रा बने महापौर, जानिए कैसे बीजेपी के गढ़ में सेंध लगा सकी कांग्रेस

नगरीय निकाय चुनाव परिणाम 22 साल बाद रीवा नगर निगम वापस कांग्रेस की झोली में, कांग्रेस प्रत्याशी अजय मिश्रा बने महापौर, जानिए कैसे बीजेपी के गढ़ में सेंध लगा सकी कांग्रेस

Raja Verma
Update: 2022-07-20 08:39 GMT
22 साल बाद रीवा नगर निगम वापस कांग्रेस की झोली में, कांग्रेस प्रत्याशी अजय मिश्रा बने महापौर, जानिए कैसे बीजेपी के गढ़ में सेंध लगा सकी कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  मध्यप्रदेश नगरीय निकाय चुनाव द्वितीय चरण के मतदान का परिणाम आ चुका है जिसमें रीवा में  बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है वही कांग्रेस ने जोरदार तरीके से जीत दर्ज की है। रीवा में आए नतीजे साफ तौर पर इशारा कर रहे हैं कि बीजेपी के प्रति यहां की जनता में नाराजगी थी। यही वजह रही की बीजेपी को यहां पर हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी की तरफ से भले ही तमाम दावे किए गए, पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं ने जनता के सामने जाकर वोट मांगे और लेकिन कोई भी उसे जीत नहीं दिला पाए। कांग्रेस के अजय मिश्रा ने यहां पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। कांग्रेस की जीत की मुख्य वजह उनका चुनावी मेनेजमेंट और प्रत्याशी चयन को भी माना जा रहा है।   

बीजेपी की हार की वजह
चुनाव में बीजेपी की आपसी गुटबाजी देखने को मिली थी।गुटबाजी के चलते ही यहां पार्टी को प्रत्याशी चयन में परिवर्तन भी करना पड़ा था। बीजेपी प्रत्याशी के लिए भले ही बड़े नेताओं ने वोट मांगा लेकिन यहां पर वोटिंग प्रतिशत भी उसकी उम्मीद से कम ही रहा। चुनाव परिणाम आने के पूर्व ही कयास लग रहे थे कि वोट प्रतिशत कम है तो बीजेपी को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। और हुआ भी यहीं कांग्रेस प्रत्याशी यहां से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।  

महापौर का चुनाव जीतने वाले अजय मिश्रा ने  मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ""यह जीत रीवा की जनता की जीत है। जनता ने हम पर भरोसा किया है। जनता ने अपने सेवक के लिए लड़ाई लड़ी है। जनता ने अपने सेवक को जिताकर नगर निगम पहुंचाया है। यह जीत कांग्रेस के सभी साथियों की जीत है।" 

 

रीवा में 13 जुलाई को मतदान हुआ था। यहां पर कुल मतदान  62.27 प्रतिशत रहा। रीवा में बीजेपी और कांग्रेस की सीधी टक्कर देखने को मिली है। भाजपा ने यहां पर प्रबोध व्यास को प्रत्याशी बनाया तो वहीं कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के तौर अजय मिश्रा पर भरोसा जताया था। अजय मिश्र बाबा ने भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाया और जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। कांग्रेस ने अजय मिश्रा को पहले ही  साफ तौर पर इशारा कर दिया था की महपौर प्रत्याशी वही होंगे, इसी वजह से अजय मिश्रा ने चुनाव से पहले ही अपनी तैयारी शुरु कर दी थी। प्रचार-प्रसार के दौरान बाबा ने अपनी पूरी ताकत झोकीं।  जिसका रिजल्ट आज देखने को मिला है। और 22 साल बाद रीवा नगर निगम वापस कांग्रेस की झोली आ गया। 

Tags:    

Similar News