Rajasthan: राजभवन से बाहरआए सीएम अशोक गहलोत, बोले- राजस्थान की जनता को फैसले का इंतजार है

Rajasthan: राजभवन से बाहरआए सीएम अशोक गहलोत, बोले- राजस्थान की जनता को फैसले का इंतजार है

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-24 09:15 GMT
Rajasthan: राजभवन से बाहरआए सीएम अशोक गहलोत, बोले- राजस्थान की जनता को फैसले का इंतजार है

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में चल रहा सियासी घमासान फिलहाल थमता दिखाई नहीं दे रहा है। शुक्रवार को सचिन पायलट गुट को हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे। इस दौरान जहां सीएम ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की, तो वहीं परिसर में कांग्रेस विधायकों ने अशोक गहलोत के समर्थन में नारे लगाए और धरना दिया। इसके बाद राज्यपाल बाहर आए और विधायकों से कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। विचार-विमर्श के लिए वक्त चाहिए। वहीं राजभवन से बाहर निकलने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान की जनता को फैसले का इंतजार है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र को रोका नहीं जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि राज्यपाल दबाव में नहीं हैं।

सीएम गहलोत ने कहा कि हम विधानसभा सत्र बुलाना चाहते हैं, विपक्ष को इसका स्वागत करना चाहिए। यह लोकतंत्र की परंपरा रही है। परन्तु यहां तो उल्टी गंगा बह रही है। हम कह रहे हैं कि हम सत्र बुलाएंगे, अपना बहुमत सिद्ध करेंगे, कोरोना पर बहस करेंगे। उन्होंने कहा कि बिना ऊपर के दबाव के राज्यपाल इस फैसले (विधानसभा सत्र बुलाने का फैसला) को रोक नहीं सकते थे क्योंकि राज्यपाल महोदय कैबिनेट के फैसले में बाऊंड होते हैं।

 

राज्यपाल को विधानसभा का सत्र बुलाना ही होगा
राजस्थान सरकार में मंत्री का कहना है कि कैबिनेट ने प्रस्ताव पास कर दिया है, तो राज्यपाल को विधानसभा का सत्र बुलाना ही होगा। केंद्र सरकार लोकतंत्र का गला घोंटना चाहती है। वहीं राजस्थान के मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि अगर कोरोना का संकट है तो वो सभी विधायकों को कोरोना टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी गुंडागर्दी कर रही है। क्या गवर्नर Article 174 के तहत विधानसभा सत्र बुलाने से इंकार कर सकते है? जब कांग्रेस सरकार विधानसभा सत्र बुलाना चाहती है तो बीजेपी भाग क्यों रही है?कब तक जनमत का चीरहरण करेंगे?

क्या कहा अशोक गहलोत ने?
इससे पहले अशोक गहलोत ने कहा था कि हमने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है कि वो तुरंत विधानसभा सत्र बुलाएं। जिसमें कोरोना संकट, लॉकडाउन पर चर्चा हो सके। लेकिन अभी तक जवाब नहीं आया है, हमने रात को चिट्ठी लिखी थी। हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव होने के कारण वो विधानसभा सत्र बुलाने का निर्देश नहीं दे रहे हैं। सीएम ने ये भी कहा कि अगर राज्यपाल विधानसभा का सत्र नहीं बुलाते हैं तो जनता राजभवन का घेराव कर सकती है। ऐसी स्थिति में हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। गहलोत ने कहा, मैं बार-बार कह रहा हूं कि मेरे पास बहुमत है। हमारे कुछ लोगों को बीजेपी के लोगों ने बंधक बनाकर रखा है, वे हमारे साथी हैं। वे रो रहे हैं। टेलीफोन कर रहे हैं कि हमें यहां से छुड़ाओ।

 

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