एशियाई चैंपिनशिप में मैरी कॉम ने रचा इतिहास, 5वीं बार जीता गोल्ड
एशियाई चैंपिनशिप में मैरी कॉम ने रचा इतिहास, 5वीं बार जीता गोल्ड
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में इंडियन बॉक्सर एमसी मैरी कॉम ने बुधवार को फाइनल मुकाबले में कोरिया की ह्यांग मी किम को हराकर "गोल्ड मेडल" जीत लिया। उन्होंने ह्यांग मी को 5-0 से हराकर गोल्ड हासिल किया। इससे पहले मैरी कॉम इस टूर्नामेंट में 4 बार गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं, जबकि 48 किलो कैटेगरी में ये उनका पहला गोल्ड है। इससे पहले सेमीफाइनल में मैरी ने जापानी बॉक्सर सुबासा कोमुरा को हराकर फाइनल में एंट्री की थी।
कोमुरा को 5-0 से हराया था
इससे पहले मंगलवार को हुए इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में मैरी कॉम की भिड़ंत जापानी बॉक्सर सुबासा कोमुरा से हुई। जहां उन्होंने एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया था। सेमीफाइनल में मैरी कॉम पूरे टाइम जापानी बॉक्सर पर भारी रहीं। वहीं क्वार्टर फाइनल में मैरी का मुकाबला चीनी ताइपे की मेंग चिए पिन से हुआ था। जहां उन्होंने मेंग को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी।
5वीं बार जीता गोल्ड
फाइनल में ह्यांग मी किम को हराते ही मैरी कॉम ने एशियाई चैंपियनशिप में अपना 5वां गोल्ड जीत लिया है। एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मैरी कॉम अब तक 4 बार गोल्ड मेडल जीत चुकीं हैं। मैरी ने 2003, 2005, 2010 और 2012 में गोल्ड मेडल जीते हैं। जबकि 2008 में उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा था। आपको बता दें कि मणिपुर की रहने वाली मैरी कॉम राज्यसभा सांसद भी हैं और 5 साल 51 किलो की कैटेगरी में पार्टिसिपेट करने के बाद 48 किलो की कैटेगरी में लौटीं हैं।
अब सोनिया से उम्मीद
वहीं इस टूर्नामेंट के फाइनल में सोनिया लाथेर पहले ही जगह बना चुकी है। सेमीफाइनल में सोनिया ने उज्बेकिस्तान की योदगोरोय मिजार्एवा को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की है। इसके साथ ही शिक्षा सिंह ने भी 54 किलो की कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता। शिक्षा सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की लिन यू तिंग से हार गई थी। वहीं प्रियंका चौधरी (60 किलो) को ब्रॉन्ज मेडल से ही संतुष्ट करना पड़ा। उन्हें सेमीफाइनल में कोरिया की ओ यिओंजी ने मात दी थी।