डाक्टर्स डे पर विशेष-संक्रमित होने के बाद भी योद्वा की तरह डटे रहे- डॉ. अमर सिंह!

डाक्टर्स डे पर विशेष-संक्रमित होने के बाद भी योद्वा की तरह डटे रहे- डॉ. अमर सिंह!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-07-01 08:06 GMT
डाक्टर्स डे पर विशेष-संक्रमित होने के बाद भी योद्वा की तरह डटे रहे- डॉ. अमर सिंह!

डिजिटल डेस्क | सतना जिला चिकित्सालय सतना के ईएनटी विशेषज्ञ एवं आरएमओ डॉ. अमर सिंह कोरोना की पहली और दूसरी लहर में कोरोना मरीजों की व्यवस्था संबंधी सभी दायित्वों का निर्वहन तन्मयता के साथ किया। पहली लहर मे ही वे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। इलाज से स्वस्थ्य होकर पुनः मरीजों की व्यवस्थाओं में जुट गए। उन्होने बताया कि कोविड के दौरान जिला अस्पताल में बड़े अस्पताल की तरह मरीजों को सम्पूर्ण व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया। डॉ. सिंह ने जिले वासियों से अपील की है कि भीड़ भाड़ बाले बड़े आयोजनों से बचें और कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतः पालन करें।

कोरोनाकाल में डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने तन्मयता से निभाई जिम्मेदारी जिला चिकित्सालय सतना पदस्थ जिला समन्वयक एवं आईएमए के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने भी कोरोना काल में दिन-रात कठिन परिश्रम कर सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन पूरी तन्मयतापूर्वक किया। कोरोनाकाल की दोनों लहरों में अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होने बताया कि कोविड के पहले दौर में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग ज्यादा प्रभावित हुए थे, इनकी मौते भी हुई थी।

जबकि दूसरी लहर में 20 से 50 आयुवर्ग के युवा अधिक प्रभावित हुए हैं और मौते भी ज्यादा हुई हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि टीकाकरण का असर बहुत है इसीलिए दूसरी लहर में उम्र-दराज यानि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग जिनका टीकाकरण हो गया था वे बीमारी से बहुत कम प्रभावित हुए हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को केवल अधिकाधिक लोगों के टीकाकरण से ही रोका जा सकता है। उन्होंने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य कराये।इसी प्रकार डॉ. मनोज शुक्ला, डॉ. लक्ष्मी मंघनानी सहित अन्य चिकित्सकों एवं पैरामेडीकल स्टाफ ने संक्रमण की परवाह किए बिना दिन-रातं मरीजों के इलाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।

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