जमुना स्व सहायता समूह की महिलाओं ने सम्हाला गेहूं उपार्जन का कार्य "खुशियों की दास्तां"!

जमुना स्व सहायता समूह की महिलाओं ने सम्हाला गेहूं उपार्जन का कार्य "खुशियों की दास्तां"!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-04-17 08:25 GMT
जमुना स्व सहायता समूह की महिलाओं ने सम्हाला गेहूं उपार्जन का कार्य "खुशियों की दास्तां"!

डिजिटल डेस्क | उमरिया ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्व सहायता समूह के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर सामाजिक उत्तरदायित्वों के निर्वहन में अग्रणी भूमिका निर्वहन कर रही है। जिले के मानपुर जनपद पंचायत में ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गठित जमुना स्व सहायता समूह की महिलाओं ने ग्राम भरेवा में गेहंू उपार्जन का कार्य प्रारंभ किया है। जमुना स्व सहायता समूह की 12 महिलाएं गेहूं उपार्जन से संबंधित सभी दायित्वों का स्वयं निर्वहन कर रही है। चाहे वह बारदानो की प्रिटिंग का कार्य हो , चाहे लेखा जोखा कार्य हो, साप्टवेयर फीडिंग का कार्य हो और चाहे उपार्जन के भुगतान किसान के खातो में की फीडिंग आदि से संबंधित कार्य हो।

जिला प्रशासन द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर महिलाओ को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने हेतु वर्तमान सत्र में गेहूं उपार्जन का दायित्व महिला स्व सहायता समूहों को सौपने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में उपार्जन केंद्र भरेवा में जमुना स्व सहायता समूह की महिलाओं को यह दायित्व सौंपा गया है।

उपार्जन केंद्र भरेवा में 16 अप्रैल से किसानों द्वारा उपार्जन हेतु गेहूं लाना प्रारंभ किया गया है। स्व सहायता समूह की महिलाएं एसएमएस के माध्यम से केंद्र में पंजीकृत किसानों को मैसेज करके उपार्जन हेतु सूचना देती है। किसान सूचना प्राप्त कर अपनी बारी का ध्यान रखते हुए उपार्जन केंन्द्रों तक पहुंचते है। उपार्जन केन्द्र में शासन के निर्देशानुसार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समूह की महिलाओं द्वारा की गई है। जैसे किसानो की बैठक व्यवस्था, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने हेतु गोले बनाना, पेयजल की व्यवस्था आदि शामिल है।

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