बदनामी से बचने के लिए गलत काम को उजागर करे सहकारी क्षेत्र : गोयल

Cooperative sector should expose wrongdoing to avoid slander: Goyal
बदनामी से बचने के लिए गलत काम को उजागर करे सहकारी क्षेत्र : गोयल
बदनामी से बचने के लिए गलत काम को उजागर करे सहकारी क्षेत्र : गोयल

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि सहकारी क्षेत्र का निर्माण करनेवालों को सोचना होगा कि स्व-विनियमन से क्षेत्र को किस तरह मजबूत किया जाए और गलत कामों को उजागर किया जाए।

गोयल ने यह बात पंजाब एवं महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले के संदर्भ में कही।

उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि इतने बड़े बैंक में इतना बड़ा घोटाला सैकड़ों लोगों की संलिप्तता के बिना हो सकता है। इतने सारे खाते खुले होंगे। इतने सारे फंड की हेराफेरी हुई होगी। इसमें शाखाएं संलिप्त होंगी, प्रबंधन शामिल होगा, कर्मचारी संलिप्त होंगे।

उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि को-ऑपरेटिव सेक्टर के जो हिंतचिंतक हैं उनका, हम सबका दायित्व है कि पूरे सेक्टर की बदनामी न हो। कोई ऐसा काम न हो जिससे इसके अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लग जाए।

गोयल यहां प्रगति मैदान में आयोजित तीन दिवसीय भारत अंतर्राष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला (आईआईसीटीएफ)-2019 के समापन समारोह में बोल रहे थे।

उन्होंने मेले के आयोजन के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रयासों का जिक्र करते हुए इसे सफल कोशिश करार दिया।

गोयल ने बताया, मेले में देश-विदेश से लगभग 35,000 लोग पहुंचे और तकरीबन 7,000-8,000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ।

उन्होंने इसे एक अच्छी शुरुआत बताते हुए कहा, यह महज शुरुआत है और इससे अलग-अलग क्षेत्र के को-ऑपरेटिव को जोड़ने का एक सफल प्रयोग हुआ है, जोकि अब देशभर में अलग-अगल स्थानों पर भी हो सकता है।

उन्होंने कहा कि और बड़े स्तर पर इस तरह का आयोजन करने की दिशा में सरकार और सहकारी क्षेत्र की तरफ से कोशिशें होनी चाहिए।

गोयल ने कहा कि देश के जो बड़े उद्योग हैं, उनसे भी चर्चा करके उनको भी इससे जोड़ा जा सकता है।

उन्होंने सहकारी क्षेत्र को बल प्रदान करने के लिए इससे रेलवे को जोड़ने की बात कही। गोयल रेल मंत्री भी हैं।

गोयल ने कहा, हमारे 6500 स्टेशन हैं। क्या इन स्टेशनों पर को-ऑपरेटिव स्टॉल खोले जा सकते हैं, इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए।

उन्होंने रेलवे स्टेशन के साथ-साथ हवाईअड्डों और बस अड्डों पर को-ऑपरेटिव क्षेत्र में बनने वाली वस्तुओं के आउटलेट खोलने की बात कही।

उन्होंने कहा, इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हमारे मंत्रालय की ओर से जो मदद की दरकार होगी वह देने के लिए हम तैयार हैं।

उन्होंने छोटे-छोटे सहकारी संगठनों को बढ़ावा देने पर बल दिया।

उन्होंने कहा, जब साथ में काम करेंगे तो सफलता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि देश के रिटेल स्टोर और हर माल में को-ऑपरेटिव स्टॉल खोलने का प्रयास किया जाना चाहिए।

गोयल ने कहा, 2022 में जब हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएंगे तब हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हर घर में को-ऑपरेटिव सेक्टर में निर्मित उत्पाद पहुंचे।

उन्होंने कहा कि देश में सहकारी आंदोलन को आगे बढ़ाने में सहकार भारती की अहम भूमिका होगी।

तीन दिवसीय इस मेले का उद्घाटन शुक्रवार को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया था। मेले में 35 देशों के सहकारी संगठनों ने हिस्सा लिया।

Created On :   13 Oct 2019 10:31 PM IST

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