ये कंपनी बनाएगी कोरोना की दवा, डीसीजीआई से मिली अनुमति

- इसके अलावा कंपनी को तुर्की में एक स्थानीय साझेदार के साथ एपीआई को निर्यात करने का भी लाइसेंस मिला है
- बायोफोर फेरिपिराविर को बनाने में सर्वोच्च गुणवत्ता मानक सुनिश्चित करेगी
- वह निर्यात के लिए बांग्लादेश और मिस्र की कंपनियों से भी बातचीत कर रही है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बायोफोर इंडिया फार्मास्युटिकल्स को भारतीय औषिधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली ‘फेविपिराविर’ दवा के विनिर्माण का लाइसेंस मिल गया है। इस दवा का उपयोग कोरोना वायरस के मामूली से लेकर आंशिक लक्षणों वाले मरीजों के इलाज में किया जा रहा है।
डीसीजीआई ने इस दवा के विनिर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (एपीआई) को भारत में बनाने का लाइसेंस देने के साथ-साथ इसके निर्यात की भी अनुमति दे दी है। इसके अलावा कंपनी को तुर्की में एक स्थानीय साझेदार के साथ एपीआई को निर्यात करने का भी लाइसेंस मिला है। बायोफोर इंडिया ने कहा कि वह भारत में इन उत्पादों के वाणिज्यीकरण के लिए कई भारतीय कंपनियों से बात कर रही है। वहीं वह निर्यात के लिए बांग्लादेश और मिस्र की कंपनियों से भी बातचीत कर रही है।
बायोफोर के संस्थापक और मुख्य शोध अधिकारी मानिक रेड्डी ने कहा कि कोविड-19 महामारी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में दवा कंपनियों को अपनी गतिविधियां तेज कर सुरक्षा से कोई समझौता किये बिना जल्द से जल्द इसका समाधान विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बायोफोर फेरिपिराविर को बनाने में सर्वोच्च गुणवत्ता मानक सुनिश्चित करेगी।
Created On :   14 July 2020 10:22 PM IST