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व्यापार: कैश डालने के बावजूद गहरा रही फस्र्ट रिपब्लिक बैंक की आर्थिक तंगी

हाईलाइट
- बैंक की पूरी बिक्री मेज पर बनी हुई
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। सीएनएन ने बताया कि उद्योग के नेतृत्व वाले आपातकालीन नकदी प्रवाह के बावजूद फस्र्ट रिपब्लिक बैंक का वित्तीय संकट गहराता दिखाई दे रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, संकटग्रस्त बैंक नए शेयरों के एक निजी मुद्दे के माध्यम से धन जुटाने की कोशिश कर रहा है, जिसने स्थिति से परिचित लोगों का हवाला दिया। सीएनएन ने बताया कि फस्र्ट रिपब्लिक द्वारा बैंकों के एक कंसोर्टियम से 30 अरब डॉलर का नकद निवेश हासिल करने के ठीक 24 घंटे बाद यह खबर आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करने वाले लोगों में से एक के अनुसार, बैंक की पूरी बिक्री मेज पर बनी हुई है।
सीएनएन ने बताया कि शुक्रवार को स्टॉक गिर गया, बैंकिंग क्षेत्र में उथल-पुथल के कारण वॉल स्ट्रीट को परेशान करना जारी रहा। डॉव सप्ताह के अंत में 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। सप्ताह के अंत में एसएंडपी 500 1.4 फीसदी चढ़ा। नैस्डैक कंपोजिट 4.4 फीसदी चढ़ा। सीएनएन ने बताया कि फस्र्ट रिपब्लिक के शेयरों ने अपनी गिरावट जारी रखी और लगभग 33 प्रतिशत नीचे थे, भले ही बड़े बैंकों के एक समूह ने परेशान बैंक को 30 अरब डॉलर जमा करने की पेशकश की थी। वॉल स्ट्रीट के इस सप्ताह की उथल-पुथल से उबरने की बैंक की क्षमता के बारे में चिंतित रहने के कारण क्रेडिट सुइस स्टॉक लगभग 8 प्रतिशत फिसल गया।
निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अगले सप्ताह की फेडरल रिजर्व की बैठक एक परेशानी भरे सप्ताह के बाद अर्थव्यवस्था की गति पर अधिक प्रकाश डालेगी। सीएमई फेडवॉच टूल के अनुसार, व्यापारियों को तिमाही-बिंदु वृद्धि के लिए लगभग 63 प्रतिशत संभावना दिखाई देती है। द गार्जियन ने बताया कि स्विस बैंकिंग की दिग्गज कंपनी यूबीएस क्रेडिट सुइस के सभी या कुछ हिस्से को लेने के लिए चर्चा कर रही है, एक दिन के बाद परेशान बैंकिंग दिग्गज ने 54 अरब डॉलर नकद इंजेक्शन के बावजूद अपने शेयर की कीमत में गिरावट देखी।
फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि स्विस नेशनल बैंक द्वारा शुरू की गई वार्ता में दोनों बैंकों के बोर्ड सप्ताहांत में अलग-अलग मिलने के लिए तैयार हैं, जिसने क्रेडिट सुइस को एक जीवन रेखा प्रदान की। वरिष्ठ क्रेडिट सुइस कार्यकारी ने कहा कि धन प्रबंधन ग्राहक बैंक छोड़ रहे थे। एफटी ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए कहा, यूबीएस के बीच विलय, जिसकी कीमत 56 अरब डॉलर है, और क्रेडिट सुइस, जिसकी कीमत 7 अरब डॉलर है, के पास आत्मविश्वास में गिरावट को रोकने के लिए प्लान ए था।
द गार्जियन ने बताया कि यूबीएस को अपने स्विस समकक्ष को लेने में अपने स्वयं के व्यवसाय के लिए संभावित जोखिमों का विश्लेषण करने की भी सूचना मिली थी। क्रेडिट सुइस ने कहा है कि यह एक मजबूत, वैश्विक बैंक है। मुख्य कार्यकारी उलरिच कोर्नर ने इस सप्ताह के शुरू में कहा था, हम सभी नियामक जरूरतों को पूरा करते हैं और मूल रूप से ओवरशूट करते हैं। हमारी पूंजी, हमारी तरलता का आधार बहुत मजबूत है। बढ़ते बैंकिंग संकट में फंसने वाला क्रेडिट सुइस अब तक का सबसे बड़ा बैंक है। शुक्रवार को सिलिकन वैली बैंक की मूल कंपनी ने दिवालिएपन के लिए दायर किया, जब चिंतित जमाकर्ताओं ने अपने खातों से अरबों निकाले और गुरुवार को वॉल स्ट्रीट के सबसे बड़े बैंकों ने सैन फ्रांसिस्को स्थित फस्र्ट रिपब्लिक के लिए एक बचाव पैकेज लॉन्च किया, जो निकासी की इसी तरह की लहर से प्रभावित हुआ था। द गार्जियन ने बताया कि उस सौदे ने शुरुआत में घबराए अमेरिकी निवेशकों को शांत किया, लेकिन शुक्रवार को बैंक शेयरों में फिर से गिरावट आई, क्योंकि डर बढ़ गया कि संकट बढ़ रहा है।
(आईएएनएस)
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भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा लर्निंग एंड डेवलपमेंट की पहल के तहत बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में "टीम बिल्डिंग, टाइम मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स" विषय एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आईसेक्ट भोपाल की कॉर्पोरेट एचआर टीम इस अवसर पर बिलासपुर में उपस्थित रही और श्रीमती पुष्पा कश्यप की अध्यक्षता में टीम एचआर, बिलासपुर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस इंटरैक्टिव सत्र में 80 से अधिक फैकल्टी सदस्यों ने अपनी पूरी भागीदारी के साथ भाग लिया। विशेषज्ञ प्रख्यात वक्ता श्रीमती गीतिका जोशी जो प्रबंधन और सॉफ्ट स्किल्स में एक कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने बात करते हुए टाइम मैनेजमेंट के कई टिप्स दिए और कार्यस्थल पर प्रोडक्टिव होने के तरीके बताए। श्री गौरव शुक्ला, डॉ. सीवीआरयू के रजिस्ट्रार और प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती जयती मित्रा ने इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को अपस्किल करने में एलएंडडी/कॉर्पोरेट एचआर टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुछ अंतराल पर अपने तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। सीवीआरयू बिलासपुर के चांसलर श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह की निदेशक श्रीमती अदिति चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सफलता पर टीम सीवीआरयू और कॉर्पोरेट एचआर/एल एंड डी को बधाई दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
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