बारिश से गेहूं की खरीद बेअसर, पंजाब में 114 लाख टन खरीद हुई
नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं की कटाई तकरीबन पूरे देश में समाप्त हो चुकी है और सरकारी खरीद जोरों पर चल रही है और बेमौसम बरसात से खरीद पर कोई असर नहीं पड़ा है। पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री भारत भूषण आशु ने सोमवार को बताया कि मौसम में आए बदलाव और बारिश से गेहूं की खरीद पर असर नहीं हुआ है और न ही इससे मंडियों में पड़े अनाज को कोई नुकसान हुआ है।
एक दिन पहले रविवार को पंजाब और हरियाणा समेत पूरे उत्तर भारत में तेज तूफान आया और बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि हुई।
भारत भूषण आशु ने फोन पर आईएएनएस को बताया कि गेहूं की कटाई पूरी हो चुकी है और खरीद भी अब आखिरी चरण में है इसलिए हालिया बारिश से खरीद पर कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने बताया कि पंजाब में 114 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद हो चुकी है। पंजाब में गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य 135 लाख टन है।
हालांकि खाद्य मंत्री ने इस लक्ष्य की प्राप्ति में संदेह जताया। उन्होंने कहा कि इस साल रबी सीजन में बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसल को कुछ नुकसान हुआ जिससे उत्पादन उम्मीद से कम रह सकता है। इसलिए खरीद भी 135 लाख टन के लक्ष्य से थोड़ा कम रह सकता है।
हरियाणा में इस साल गेहूं की सरकारी खरीद 20 अप्रैल को आरंभ हुई और इस समय जोरों पर है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 57.64 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। प्रदेश के एक अधिकारी ने बताया कि एक दिन पहले बारिश और ओलावृष्टि हुई थी मगर इससे खरीद प्रभावित नहीं हुई है। हरियाणा के समालखा अनाज मंडी के आढ़ती सुनील बंसल ने बताया फसल इस समय चाहे तो लोगों के घरों में है या मंडियों में इसलिए बारिश से नुकसान की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि मंडियों में अनाज बोरियों में पड़ा है, इसलिए नुकसान की कोई बात नहीं है।
बता दें कि कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के मद्देनजर 25 मार्च को ही केंद्र सरकार ने देशभर में पूर्ण बंदी यानी लॉकडाउन कर दिया जब गेहूं की फसल पककर खेतों में खड़ी थी और कटाई शुरू होने वाली थी। ऐसे में फसल की कटाई को और खरीद को लेकर चिंता बनी हुई थी। मगर, केंद्र सरकार ने फसलों की कटाई और बुवाई समेत तमाम कृषि कार्यों और इससे जुड़ी सेवाओं की छूट दी है जिसके कारण रबी फसलों की कटाई में कोई बाधा नहीं आई और विपणन कार्य भी तेजी से चल रहा है। भारतीय खाद्य निगम के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे देश में गेहूं की सरकारी खरीद 250 लाख टन के आंकड़े को पार कर चुकी है।
सरकारी एजेंसियां किसानों से 1925 रुपये प्रति कुंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर गेहूं खरीदती हैं।
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में देश के किसानों से सीधे न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर 407 लाख टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य रखा है, जोकि पिछले साल के मुकाबले करीब 66 लाख टन अधिक है।
पंजाब ने इस साल 135 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है। वहीं, हरियाणा में 95 लाख टन, मध्यप्रदेश में 100 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 55 लाख टन और राजस्थान में 17 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
Created On :   11 May 2020 3:30 PM IST