Union Budget 2020: अटल बिहारी ने बदली थी बजट पेश करने की ये परंपरा

Union Budget 2020: अटल बिहारी ने बदली थी बजट पेश करने की ये परंपरा
Union Budget 2020: अटल बिहारी ने बदली थी बजट पेश करने की ये परंपरा
हाईलाइट
  • 2001 से पहले शाम 5 बजे बजट पेश किया जाता था
  • इस परंपरा को अटल बिहारी सरकार ने बदला था
  • समयांतराल के कारण अंग्रेजों ने बनाया था नियम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Union Budget 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्तवर्ष 2020-21 का केंद्रीय बजट पेश करने जा रही हैं। यह बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाएगा। यदि हम दो दशक पीछे देखते हैं, तो हमें मालूम होता है कि उस दौर में शाम के 5 बजे वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट पेश जाता था। आखिर ऐसी क्या वजह है कि पहले शाम के वक्त बजट पेश किया जाता था और अब सुबह 11 बजे पेश किया जाने लगा है। आइए हम आपको इसके पीछे का कारण बताते हैं।

अंग्रेजों ने बनाया था नियम
दरअसल शाम के वक्त बजट पेश करने का नियम अंग्रेजों के समय से चला आ रहा था। यह नियम ब्रिटिशों का ही था। इस नियम की वजह भारत और लंदन के बीच समय में करीब 5 घंटे का अंतर होना है। जब भारत में शाम के 5 बजते है, तब लंदन में सुबह के करीब 11 बज रहा होता है। देश की आजादी से पहले ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्डस और हाउस ऑफ कॉमन्स भारत में पेश किए जा रहे बजट को सुनना पड़ता था। यह भी बताया जाता है कि उस समय ब्रिटेन के मार्केट सुबह 11 बजे खोले जाते थे। यही दो कारण है कि उस दौर में शाम के 5 बजे बजट पेश किया जाता था।

वाजपेयी सरकार ने बदला नियम
अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद भी यह सिलसिला जारी रहा। कहा जाता है कि उस समय शाम के वक्त बजट पेश करने से मार्केट में काफी असर देखने को मिलता था। जब देश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी, तो इस नियम को बदला गया। साल 2001 में देश में पहली बार सुबह 11 बजे तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा बजट पेश किया गया। बता दें कि स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री षणमुखम चेट्‍टी ने पेश किया था।

Created On :   30 Jan 2020 10:36 AM GMT

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