RBI Monetary Policy: आरबीआई ने आम आदमी को दी बड़ी खुशखबरी, रेपो रेट 0.50 प्रतिशत घटाया, लोन होगा सस्ता, कम हो जाएगी ईएमआई

आरबीआई ने आम आदमी को दी बड़ी खुशखबरी, रेपो रेट 0.50 प्रतिशत घटाया, लोन होगा सस्ता, कम हो जाएगी ईएमआई
  • लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती हुई है
  • इससे पहले 25-25 बेसिस पॉइंट घटाई गई थीं
  • SDF रेट 5.25% और MSF) रेट 5.75% किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आमजन को बड़ी खुशखबरी दी है। दरअसल, मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज (06 जून 2025, शुक्रवार) खत्म होने के बाद आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) ने रेपो रेट (Repo Rate) में एक बार फिर से कटौती की घोषणा कर दी है। एमपीसी ने सर्वसम्मति से नीतिगत दर को 50 बेसिस पॉइंट से घटाकर 5.5% करने का फैसला किया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

आपको बता दें कि, यह लगातार तीसरी बार है जब रेपो रेट में कटौती हुई है। इससे पिछली दो एमपीसी बैठकों में भी ब्याज दरें 25-25 बेसिस पॉइंट घटाई गई थीं। बैठक में लिए गए निर्णय से लोगों को लोन मिलना सस्ता हो जाएगा। इसके साथ ही जिनकी कार या घर सहित अन्य ईएमआई चल रही हैं। उसमें कमी आएगा। सरल शब्दों में कहा जाए तो आरबीआई के इस निर्णय से आमजन की जेब का भार कम होगा।

आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा?

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एमपीसी बैठक में लिए गए निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि, देश में महंगाई का स्तर लगातार 4 प्रतिशत से नीचे बना हुआ है और जीडीपी ग्रोथ भी बेहतर स्थिति में है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) रेट 5.75% से घटाकर 5.25% किया गया है, दूसरी ओर मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट को भी 6.25% से घटाकर 5.75% कर दिया गया है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट करना है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि तीन बार में रेपो रेट में 100 बीपीएस की कटौती की गई है। इसके साथ ही रेपो रेट अब 5.5 फीसदी रह गया है। उन्होंने फाइनेंशियल ईयर 2026 में रियल जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान जताया है। पहली तिमाही में यह 6.5%, दूसरी तिमाही में 6.7 फीसदी, तीसरी तिमाही में 6.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.3% रहने का अनुमान है। जबकि, महंगाई के अनुमान को भी 4 फीसदी से घटाकर 3.7% कर दिया है।

क्या है रेपो रेट ?

आरबीआई जिस रेट पर कमर्शियल बैंकों और दूसरे बैंकों को लोन देता है उसे रेपो रेट कहा जाता है। रेपो रेट कम होने का मतलब है कि बैंक से मिलने वाले सभी तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे। इससे आपकी जमा पर ब्याज दर में भी बढ़ोतरी हो जाती है।

Created On :   6 Jun 2025 10:22 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story