- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- भोपाल
- /
- एसएसआई मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’...
Surgical Robot Journey: एसएसआई मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा पहुंची ‘भारत के दिल-मध्य प्रदेश

भोपाल। मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा को राजस्थान में सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद भारत की पहली मोबाइल टेली-रोबोटिक सर्जरी युनिट अपने तीसरे चरण में भारत के दिल- मध्य प्रदेश में पहुंच गई है, जहां भोपाल के एचईआर हॉस्पिटल में युनिट का प्रदर्शन किया गया। डॉक्टर, मेडिकल के छात्र, हेल्थकेयर कर्मचारी एवं आम लोग बड़ी संख्या में युनिट को देखने के लिए इकट्ठा हुए। यह विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया व्हीकल दर्शाता है कि किस तरह आधुनिक रोबोटिक सर्जरी को रिमोट तरीके से भी गाईड किया जा सकता है।
यात्रा के पहले दिन मंत्राएम के साथ भोपाल की पहली टेलीसर्जरी को अंजाम दिया गया। यह प्रक्रिया डॉ प्रिया भावे चित्तावर (रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, आईवीएफ), संस्थापक एवं मैनजिंग डायरेक्टर एचईआर हेल्थ हॉस्पिटल, भोपाल ने पूरी की। इस आयेजन ने रियल-टाईम, सर्जिकल सहयोग की बढ़ती व्यवहारिकता का प्रदर्शन किया। सर्जरी की सफलता हेल्थकेयर की चुनौतियों को हल करने में रोबोटिक प्रक्रिया की व्यवहारिकता को दर्शाती है। रिमोट सर्जरी के चलते मरीज़ को इलाज के लिए बड़े शहरों का रूख नहीं करना पड़ता, इस तरह यात्रा की ज़रूरत खत्म हो जाती है। कुल मिलाकर रोबोटिक टेलीसर्जरी हेल्थकेयर डिलीवरी की सीमाओं को नया आयाम दे रही है, या खासतौर पर उन मरीज़ों के लिए कारगर साबित हो रही है, जो दूर-दराज के या वंचित इलाकों में रहते हैं।
इस पहल पर बात करते हुए डॉ विश्वा पास्कल श्रीवास्तव, एमडी एवं सीईओ- एपीएसी, एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल ने कहा, ‘‘यह ऐतिहासिक पल दर्शाता है कि जब इनोवेशन और प्रयोजन मिलते हैं, तो कुछ भी संभव हो सकता है। यह आधुनिक सर्जिकल केयर को सुलभ बनाने में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है, खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां विशेषज्ञों की सेवाएं सीमित हैं। मंत्रा एम सिर्फ एक टेक्नोलॉजी ही नहीं, बल्कि यह विश्वस्तरीय सर्जिकल देखभाल को सभी के लिए एक समान रूप से सुलभ बनाने का मिशन है। इससे साफ है कि हम रोबोटिक सर्जरी को देश के हर कोने तक पहुंचाते हुए सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर डॉक्टर और हर मरीज़ ‘मेड इन इंडिया’ इनोवेशन से लाभान्वित हो सके।’’
डॉ प्रिया भावे चित्तावर (रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, आईवीएफ), संस्थापक एवं मैनजिंग डायरेक्टर एचईआर हेल्थ हॉस्पिटल, भोपाल ने कहा, ‘‘रिमोट के ज़रिए जटिल टेलीसर्जरी को पूरा करना, वो भी पहली बार एक बस में, यह सर्जिकल साइंस का बदलावकारी पल है। यह सिर्फ तकनीकी क्षमता ही नहीं बल्कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्यसेवा को हर किसी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। एसएसआई मंत्रा की सफलता ने साबित कर दिया है कि सुरक्षित, सटीक एवं समावेशी सर्जरी का भविष्य नज़दीक है और इसे भारत में आकार दिया जा रहा है।’’
कार्यक्रम में डॉक्टरों, मेडिकल फैकल्टी, छात्रों और स्थानीय जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, सभी भारत के मेडटेक इनोवेशन को देखने के लिए उत्सुक थे। उपस्थितगणों को एक मोबाइल युनिट के भीतर लाईव, हैंड्स-ऑन डोमो के जरिए मेड-इन-इंडिया मोबाइल युनिट की क्षमता देखने का अवसर मिला। एक व्यवहारिक प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म के रूप में मंत्रा एम एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोट की क्षमता का प्रदर्शन है, जो चिकित्सकों को इसकी बदलावकारी क्षमता जानने का मौका देती है।
प्रभावशाली शुरूआत के बाद मंत्रा एम ‘मेड इन इंडिया’ सर्जिकल रोबोट यात्रा मध्य प्रदेश सर्किट में जारी रहेगी।
मध्य प्रदेश में एसएसआई मंत्रा एम यात्रा
भोपाल से शुरूआत करने के बाद मंत्रा एम मोबाइल टेली-रोबोटिक सर्जरी युनिट मध्य प्रदेश सर्किट में यात्रा जारी रखेगीः
- 23 अगस्तः आईएजीई कॉन्फ्रैन्स, होटल एफोटेल बाय सायाजी, भोपाल
- 25-26 अगस्तः श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ युनिवर्सिटी, इंदौर
- 29-30 अगस्तः अपोलो हॉस्पिटल, जबलपुर
- 1 सितम्बरः नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर
अपनी यात्रा के दौरान यह 700 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 500 हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को रोबोटिक सर्जरी में गहन प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
भारतबेंज़ 1824 चेसीज़ पर निर्मित एसएसआई मंत्राएम का ग्रॉस व्हीकल वेट रेटिंग 18500 किलोग्राम है, इसकी लंबाई 11.9 मीटर, चौड़ाई 2.59 मीटर और उंचाई 3.49 मीटर है। रोबोटिक सिस्टम के अलावा पूर्णतया संशोधित व्हीकल की कीमत तकरीबन रु 1.3 करोड़ है।
एसएसआई ने सोच-समझ कर पूरी बस संरचना को कस्टम-डिज़ाइन किया है, जिसमें वाइब्रेशन को न्यूनतम करने और रोबोटिक सिस्टम को सुरक्षित बनाने के लिए बेस एवं लॉकिंग प्रणाली शामिल है। एक्चुएटर-बेस्ड पेशेंट साईड कार्ट सटीकता और स्थिरता देते हैं, वहीं कस्टम पावर और डेटा सर्कुटरी सुगम संचालन को सुनिश्चित करते हैं। एक्सपेंडेबल केबिन स्पेस में सर्जरी से जुड़े ज़रूरी सामान रहते हैं और एयर सस्पेंशन सिस्टम सड़क पर वाइब्रेशन को कम कर संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को सुरक्षित करता है। निर्धारित माउंटिंग पॉइन्ट्स एवं लॉकिंग सिस्टम इक्विपमेन्ट इंटीग्रेशन को सुनिश्चित करता है, वहीं वेंटीलेटेड, एयर-कंडीशन्स लेआउट परिस्थितियों को 21°C ± 3°C और 55% RH पर अनुकूल बनाए रखता है। सिस्टम ईएमआई/ईएमसी- कम्प्लायन्ट है जो इलेक्ट्रिकल इंटरफेरेंस को रोकता है।
वंचित क्षेत्रों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया एसएसआई मंत्रा एम बैकअप पावर सिस्टम से युक्त है, इसमें ऑनबोर्ड 5किलोवॉट एम्पियर जनरेटर, एक्सटर्नल पावर कम्पेटिबिलिटी शामिल हैं जो रिमोट लोकेशन में भी टेलीसर्जरी की निर्बाध क्षमता को सुनिश्चित करती है। इसका 380 लीटर का ईंधन टैंक लम्बी यात्रा को सुनिश्चित करता है, तथा ग्रामीण एवं दूर-दराज के इलाकों में परिवहन को आसान बनाता है। इस युनिट में एक ड्राइवर केबिन, मल्टीपल एक्सेस पॉइन्ट्स और उपकरणों के सुरक्षित मुवमेन्ट के लिए विशेष रैम्प भी है।
इसके अलावा, एसएसआई मंत्रा एम इनोवेशन और प्रेसीज़न इंजीनियरिंग के माध्यम से हेल्थकेयर में बदलाव लाने की एसएस इनोवेशन्स की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सैटेलाईट आधारित रिमोट प्रक्रिया से लेकर सभी सुविधाओं से युक्त सर्जिकल युनिट्स तक अपनी क्षमता में निरंतर सुधार लाते हुए एसएसआई ने मोबाइल हेल्थकेयर की संभावनाओं को पूरी तरह से बदल डाला है। यह पहल सिर्फ टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं है यह सभी बाधाओं को दूर कर जीवनरक्षक, विश्वस्तरीय सर्जिकल केयर को सबसे सुदूर इलाकों में भी सुलभ बनाती है।
एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल, इंक के बारे में:
एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल, इंक (नास्दाकः एसएसआईआई) रोबोटिक सर्जरी को दुनिया की बड़ी आबादी के लिए किफ़ायती एवं सुलभ बनाने के प्रयास में आधुनिक सर्जिकल रोबोटिक तकनीकों का विकास करती है। कपंनी की प्रोडक्ट रेंज में इसका प्रॉपराइटरी ‘एसएसआई मंत्रा’ सर्जिकल रेबोटिक सिस्टम तथा ‘एसएसआई मुद्रा’ सजिर्जकल इन्स्ट्रुमेन्ट्स का व्यापक स्यूट शामिल हे, जो रोबोटिक कार्डियक सर्जरी सहित विभिन्न प्रकार की सर्जिकल प्रक्रियाओं में सहयोग प्रदान करता है। एसएस इनोवेशन्स इंटरनेशनल एक अमेरिकी कंपनी है, जिसका मुख्यालय भारत में है, कंपनी ने अपनी आधुनिक तकनीकों, यूज़र के अनुकूल एवं किफ़ायती सर्जिकल रोबोटिक समाधानों को दुनिया भर में पहुंचाने की योजनाएं बनाई हैं।
एसएसआई मंत्रा के बारे में:
एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम, आधुनिक तकनीकी फीचर्स से लैस एक मॉड्युलर मल्टी-आर्म सिस्टम है। इसमें 3-5 रोबोटिक आर्म्स का उपयोग किया जाता है, साथ ही इसमें ओपन-फेस अर्गोनोमिक सर्जन कमांड सेंटर, 32 इंच का बड़ा 3डी एचडी मॉनिटर, 23 इंच का 2 डी टच पैनल होता है, जिस पर मरीज़ से जुड़ी सभी जानकारी डिस्प्ले होती है। साथ ही एक वर्चुअल रियल टाईम इमेज और होलोग्राफिक डाईकोम इमेज के सुपर इम्पोज़िशन की क्षमता भी होती है। विज़न कार्ट टीम को 3 डी एचडी व्यू देता है, जिससे सर्जन सर्जरी के दौरान बेहतर सुरक्षा और दक्षता को सुनिश्चित कर सकता है। मॉड्युलर रोबोटिक आर्म के द्वारा आवश्यकतानुसार आर्म्स का उपयोग किया जा सकता है। इससे सर्जिकल ऑपरेशन्स में किसी तरह के टकराव की संभावना नहीं रहती। इसमें 30 विभिन्न प्रकार के रोबोटिक एंडो सर्जिकल उपकरण होते हैं, जिनका उपयोग कार्डियक सर्जरी सहित विभिन्न प्रकार की सर्जरियों में किया जा सकता है। इसके बेहतरीन डिज़ाइन एवं अनुकूल फीचर्स के चलते लर्निंग कर्व छोटा होता है।
Created On :   23 Aug 2025 4:45 PM IST