समाजसेवा का शिखर: PMJF नरेंद्र सिंह जग्गी को मिला डॉक्टरेट (मानद उपाधि) और गोल्ड मेडल!

PMJF नरेंद्र सिंह जग्गी को मिला डॉक्टरेट (मानद उपाधि) और गोल्ड मेडल!

भोपाल। नई दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया हैबिटेट सेंटर में 12 अक्टूबर 2025 को एक शानदार समारोह आयोजित किया गया, जहाँ पी.एम.जे.एफ. (PMJF) नरेंद्र सिंह जग्गी को उनके अतुलनीय सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें शिक्षा जगत का सर्वोच्च सम्मान, डॉक्टरेट की मानद उपाधि (ऑनोरिस कॉज़ा) और साथ ही एक गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।

यह सम्मान 'इंडिया इंटेलेक्चुअल कॉन्क्लेव 2025' और 'अशोका अवॉर्ड (फेलोशिप एंड फेलिसिटेशन)' समारोह का हिस्सा था।



सम्मान के पीछे की प्रेरणा: कोरोना काल की सेवा

नरेंद्र सिंह जग्गी को यह उपाधि केवल सामाजिक कार्यों के लिए नहीं, बल्कि उनके नेतृत्व और निस्वार्थ मानवीय भाव के लिए दी गई है। उन्हें विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए सराहा गया:

  • असाधारण सामाजिक योगदान: उन्होंने विभिन्न सामाजिक और सामुदायिक कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया है, जिससे समाज के निचले तबके को सीधा लाभ मिला है।
  • कोरोना महामारी में फ्रंटलाइन सेवा: नरेंद्र सिंह जग्गी ने कोरोना महामारी के दौरान अपनी सेवाएं समर्पित कीं। उन्होंने विशेष रूप से डीआरडीओ (DRDO) और मेलिंडा फाउंडेशन के साथ मिलकर अस्पतालों को सहायता पहुँचाने और राहत कार्यों को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की उपस्थिति में हुआ सम्मान

यह समारोह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण था। इस दौरान कई उच्च पदस्थ हस्तियों ने उपस्थित होकर नरेंद्र सिंह जग्गी के योगदान को सराहा और उन्हें सम्मानित किया। समारोह में कोस्टारिका, आइसलैंड और ग्रीस जैसे देशों के माननीय राजदूतों, विभिन्न न्यायमूर्तियों, और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने समाज के उत्थान में योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को मंच प्रदान किया।

जग्गी की यह उपलब्धि उनके समर्पण को दर्शाती है और यह निश्चित रूप से समाजसेवा के क्षेत्र में दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

Created On :   8 Nov 2025 3:00 PM IST

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