Bhopal Metro Station News: राजधानी में 90 डिग्री पुल की इंजीनियरिंग के बाद अब मेट्रो स्टेशन की नई कारीगरी, रगड़ खाते हुए निकल रहे वाहन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। देशभर में भोपाल के 90 डिग्री वाले पुल की इंजीनियरिंग का मजाक बनाया गया था। इसके बाद एक दूसरा मामला सामने आया है। राजधानी में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पर करीब दो साल तक मेट्रो स्टेशन बनाने का काम चला। इसके लिए यातायात को भी डायवर्ट करना पड़ा। लेकिन जैसे ही उस मेट्रो स्टेशन के बनाने के बाद वहां की सड़क को यातायात के लिए खोला गया। तो वहां से गुर्जरने वाले वाहनों से मेट्रो स्टेशन से रगड़ खाने लगे। क्योंकि मेट्रो स्टेशन की उंचाई कम रह गई हैं। इसके बाद जुगाड़ भी किया गया, ताकि मेट्रो स्टेशन से गाड़ियां रगड़ नहीं खाए।
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कुछ हिस्सा रगड़ खाने से गिरा नीचे
न्यूज चैनल आजतक ने अपनी खबर में लिखा है कि राजधानी के केंद्रीय विद्यालय मेट्रो स्टेशन का है। इसका कुछ दिन पहले काम पूरा हो गया था, जिसके बाद स्टेशन की नीचे से गुर्जरने वाली सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया। जिसके बाद मेट्रो स्टेशन के नीचले पिलर्स के ऊपरी भाग से ऊंची गाड़ियां रगड़ खाती हुई दिखाई दे रही थी। इसके कारण पिलर को नुकसान हुआ और कुछ जगह पर पिलर का सीमेंट भी गाड़ियों की रगड़ खाने की वजह से टूट कर नीचे गिर गया। इस मामले के बाहर आने के बाद सड़क और मेट्रो स्टेशन की ऊंचाई मापी गई तो वह कम निकली।
एजेंसियों ने निकाला जुगाड़
इस स्टेशन को बनाने में करीब दो साल का वक्त लगा है। अब पूरा काम होने के बाद इसे ऊंचा नहीं किया जा सकता है। तो ऐसे में एजेंसियों ने जुगाड़ निकाला लिया है। स्टेशन के नीचे से होकर जाने वाली सड़क को ही खोद दिया गया है। इसे कुछ समय पहले ही बनाया गया था। नियम के अनुसार किसी भी मेट्रो स्टेशन और नीचे से गुर्जरने वाली सड़क के बीच की दूरी कम से कम 5.5 मीटर (18 फीट) होनी चाहिए। लेकिन मेट्रो स्टेशन बनाते समय इंजीनियरों ने इस दूरी को नजरअंदाज करते हुए, इसे बना दिया।
Created On :   8 Nov 2025 6:03 PM IST














