परेशानी: डिजिटल भुगतान लेने से बस कंडक्टर कर रहे इनकार, आए दिन हो रही बहसबाजी

डिजिटल भुगतान लेने से बस कंडक्टर कर रहे इनकार, आए दिन हो रही बहसबाजी
  • आनलाइन किराया देने पर विवाद
  • आदेश का नहीं कर रहे पालन
  • यात्री हो रहे परेशान

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। राज्य परिवहन निगम की बसों में अक्सर चिल्लर को लेकर बस परिचालक और यात्रियों के बीच कहासुनी होती रहती है। इस समस्या को हल निकालने और तकनीक का उपयोग कर रापनि ने 15 दिसंबर से आदेश जारी कर आम नागरिकों को सूचना दी थी कि अब डिजिटल प्रणाली से यात्री अपने किराए का भुगतान कर सकेंगे। किंतु आज तक बसों के परिचालक डिजिटल भुगतान के बजाए नकद मांग रहे हैं। इस कारण समस्या जस की तस बनी है।

राज्य परिवहन निगम में महिलाओं को 50 प्रतिशत किराये में रियायत के साथ 75 वर्ष से अधिक आयुवालों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाती है। इस कारण बसों में काफी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में टिकट बुकिंग के समय पर परिचालक अनेक बार यात्रियों को टिकट के बकाया पैसे लौटाने के बजाए टिकट के पीछे लिखकर दे देते हंै। यात्रियों का स्टाॅप आने के बाद वहां पर यात्रियों को मिला कर रुपए देते हैं। दिन में इस प्रकार मिलाकर देने पर यात्री कहीं से जुगाड़ कर लेते हैं किंतु रात के समय पर उन्हंे बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अनेक यात्रियों को अपने चिल्लर पैसे छोड़ देने पड़ते हंै। कई बार तो यात्री अड़ जाते हंै तो बहसबाजी हो जाती है। इस कारण अन्य यात्रियों का समय बर्बाद होता है।

नई तकनीक के साथ चलते हुए राज्य परिवहन निगम की ओर से सूचना और सभी बस स्टैंडों पर बैनर लगाकर यात्रियों को जनजागृति की गई 15 दिसंबर से यात्री डिजिटल तरीके से टिकटों के रुपए का भुगतान कर सकते हैं। किंतु आज तक बस के परिचालक डिजिटल प्रणाली से टिकट के पैसे लेने से इनकार कर नकद मांग रहे हैं। इससे यह आदेश महज पब्लिसिटी बनकर रह गया है। बस परिचालकों का कहना है कि मशीन के इंटरनेट की स्पीड काफी कम होती, बसों में काफी भीड़ होती है। एक-एक पैसेजर को क्यूआर कोड स्कैन कर भुगतान में कई मिनटों का समय लगता है। कई बार नेटवर्क की समस्या होती है। इस कारण इस झंझट से बचने के लिए नकद ही मांगते हैं।

यात्री कर सकते हैं शिकायत : यात्री और परिचालकों की सुविधा के लिए डिजिटल भुगतान शुरू किया गया है। किंतु कई बार मैनपावर की कमी के कारण ड्राइवरों को परिचालक के रुप में भेजा जाता है। इस कारण हो सकता है उन्हें सिस्टम की जानकारी नहीं होगी तो उन्होंने इनकार किया होगा। यदि कोई परिचालक डिजिटल रुप में पैसे लेने से इनकार करता है तो इसकी शिकायत कर सकते हैं। प्रीतिश रामटेके, डिपो प्रबंधक रापनि, चंद्रपुर

Created On :   11 Jan 2024 11:10 AM GMT

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