Jabalpur News: विश्वपटल पर जगतगुरु की परिकल्पना को साकार करता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रभावी नेतृत्व

विश्वपटल पर जगतगुरु की परिकल्पना को साकार करता प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  का प्रभावी नेतृत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मोत्सव पर लेखक एवं विचारक विधायक उत्तर जबलपुर डॉ अभिलाष पाण्डेय के विचार

Jabalpur News । भारत प्राचीन काल से ही विश्व को मार्गदर्शन देने वाला देश रहा है। वसुधैव कुटुम्बकम् और सर्वे भवन्तु सुखिनः जैसे शाश्वत सूत्रों ने इसे जगतगुरु की उपाधि दिलाई थी। समय के उतार-चढ़ाव में यह स्वर मंद अवश्य पड़ा, किन्तु कभी मिटा नहीं। आज जब समस्त विश्व भौतिकता की चकाचौंध में आध्यात्मिक शांति की खोज कर रहा है, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व ने भारत को पुनः उसी गौरवशाली स्थान पर प्रतिष्ठित कर दिया है। मोदी जी का नेतृत्व केवल राजनीतिक मर्यादाओं तक सीमित नहीं है, उसमें दूरदर्शिता, सांस्कृतिक चेतना और वैश्विक समरसता का अद्भुत संगम है। उनकी नीतियों और कार्यों में वह तेजस्विता है जो भारत को सबल, आत्मनिर्भर और विश्वमानवता का पथप्रदर्शक बना रही है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना भारत की सांस्कृतिक ध्वजा को फहराने का अद्वितीय उदाहरण है। योग के माध्यम से भारत ने समस्त मानवता को स्वास्थ्य, संतुलन और शांति का मार्ग दिखाया। आयुर्वेद और भारतीय जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाकर मोदी जी ने वैश्विक समाज को भारत की प्राचीन परंपरा की शक्ति का परिचय कराया। “एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य” का उनका उद्घोष भारतीय संस्कृति की उदार दृष्टि और दूरदर्शिता का प्रतीक है, जिसने विश्व के देशों को परस्पर सहयोग और सामंजस्य का संदेश दिया है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में नए आयाम गढ़े हैं। आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों ने देश को स्वावलंबन और सबलता प्रदान की है। डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया ने युवाओं में सृजनशीलता और नवाचार का संचार कर भारत को आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का ध्रुवतारा बना दिया है। आज भारत न केवल परंपरा का ध्वजवाहक है, बल्कि चंद्रयान-3 जैसी उपलब्धियों से वैज्ञानिक प्रगति का भी अग्रदूत बन चुका है।

नप्रधानमंत्री ने देश की सांस्कृतिक चेतना के प्रतीक प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर के पुर्ननिर्माण में संपूर्ण राष्ट्र को एक साथ जोड़कर करोड़ों सनातनियों संकल्प को पूर्ण और साकार रूप प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है उन्होंने भव्य राम मंदिर की आधारशिला रखी और उसके प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी भाग लिया मोदी जी ने अपने भाषण में राम मंदिर को भारतीय संस्कृति और आस्था की जीत बताया उन्होंने ने कहा कि यह मंदिर न केवल भगवान राम का मंदिर है बल्कि यह भारत की दृष्टि, दर्शन और संस्कृति का प्रतीक है उनका यह प्रयास दूरगामी प्रभाव वाला है।

नरेंद्र मोदी जी द्वारा धारा 370 हटाना देश की अखंडता के लिए एक साहसिक कदम था,इस निर्णय ने जम्मू कश्मीर को देश की मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इससे क्षेत्र में विकास और समृद्धि आई और लोगों को सामान अधिकार प्राप्त हुए यह निर्णय ऐतिहासिक और दूरगामी प्रभाव वाला है।

विदेश नीति में भी मोदी जी ने भारत की नई छवि गढ़ी है। Neighbourhood First, Act East Policy और ग्लोबल साउथ की आवाज़ बनने की पहल ने भारत को विश्व मंच पर नेतृत्वकारी राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है। जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी इस तथ्य को और अधिक पुष्ट करती है कि विश्व भारत की ओर आशा और विश्वास से देख रहा है।

पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता स्पष्ट झलकती है। LiFE (Lifestyle for Environment) का संदेश देकर उन्होंने विश्व को सतत विकास और प्रकृति के संरक्षण की राह दिखाई है। इसी संदर्भ में उन्होंने नागरिकों को प्रेरित किया कि वे अपनी माँ के सम्मान में एक पेड़ लगाएँ—“एक पेड़ माँ के नाम”। यह अभियान न केवल व्यक्तिगत श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि धरती माँ को सुरक्षित और हरा-भरा बनाने का भी सशक्त संकल्प है। जिस प्रकार माँ हमें जीवन देती है, उसी प्रकार वृक्ष भी आने वाली पीढ़ियों को प्राणवायु और संरक्षण देंगे।

सुरक्षा के क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री का नेतृत्व उतना ही दृढ़ और निर्णायक है। ऑपरेशन सिंदूर इसका सजीव उदाहरण है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जिस सटीक और त्वरित कार्रवाई का परिचय दिया, वह केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह संदेश भी था कि भारत अब आतंकवाद को उसकी जड़ों तक पहुँचकर कुचलने की क्षमता और इच्छाशक्ति दोनों रखता है। इस ऑपरेशन ने आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर यह प्रमाणित कर दिया कि नया भारत शांति चाहता है, किन्तु अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा। यह अभियान भारत की रणनीतिक क्षमता, आत्मनिर्भर रक्षा नीति और सशक्त नेतृत्व का प्रतीक है, जिसने नागरिकों में आत्मविश्वास जगाया और विश्व को भारत की दृढ़ निश्चयी छवि दिखाई।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत कर रहा है। जहाँ एक ओर योग, आयुर्वेद और सनातन मूल्य विश्व के कोने-कोने में पहुँच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डिजिटल अर्थव्यवस्था और तकनीकी नवाचारों से भारत भविष्य का पथप्रदर्शक बन रहा है। इस प्रकार उनका व्यक्तित्व और कृतित्व उस भारत का निर्माण कर रहा है जो सबल भी है और संवेदनशील भी, आधुनिक भी है और आध्यात्मिक भी। कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व भारत की उस जगतगुरु परिकल्पना को मूर्त रूप दे रहा है जिसकी जड़ें ऋषियों-मुनियों की तपःपूत परंपरा में निहित हैं। उनका दूरदर्शी और प्रभावी नेतृत्व भारत को केवल एक शक्तिशाली राष्ट्र ही नहीं बना रहा, बल्कि सम्पूर्ण मानवता का मार्गदर्शक सिद्ध कर रहा है। योग, विज्ञान, तकनीक, पर्यावरण संरक्षण और आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ संकल्प—इन सबमें भारत का उत्थान स्पष्ट दिखता है। और जब हर भारतीय अपनी माँ के नाम एक पेड़ लगाएगा तथा राष्ट्र एकजुट होकर शांति और सुरक्षा का संदेश देगा, तब भारत न केवल विश्वगुरु कहलाएगा, बल्कि विश्वमानवता का दीपस्तंभ सिद्ध होगा।

Created On :   16 Sept 2025 11:27 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story